
सतना:- साईं बाबा पर दिए अपने बयान को लेकर जताया हैं। साथ ही अपनी मंशा बताई हैं की उनका मकसद किसी के भावनाओं को ठेस पहुंचना नहीं था। पंडित शास्त्री ने कहा की उनका हमेशा संतों, महापुरुषों के प्रति सम्मान है और रहेगा। उनके मुताबिक़ शंकराचार्य ने जो कहा वो उन्होंने दोहराया कि साईं बाबा संत, फकीर हो सकते हैं। ऐसे में अगर कोई किसी संत, गुरु को भगवान मानता है तो वह उसकी निजी आस्था है। पंडित शास्त्री ने कहा की किसी की निजी आस्था में उनका कोई विरोध नहीं हैं। उनके किसी शब्द से किसी को ठेंस पहुंची उसका उन्हें दुख और खेद है। गौरतलब हैं की जबलपुर के पनागर में प्रबुद्ध जनो से चर्चा के दौरान उन्होंने साईं के अस्तित्व पर सवाल उठाते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी थी। पंडित शास्त्री ने शंकराचार्य के मान्यताओं का हवाला देते हुए कहा था की साईं भगवान नहीं बल्कि फ़कीर हैं, संत हैं।