नई दिल्ली:– आज के समय में डायबिटीज हमारे समाज में एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है. खासकर भारत में, जहां हर 10 में से 1 व्यक्ति डायबिटीज से प्रभावित है. ऐसे में ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी हो जाता है. डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है. अक्सर लोग मीठे और कुछ कार्बोहाइड्रेट्स से बचते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि डायबिटीज में रोटी के सेवन पर भी आपको ध्यान देना चाहिए? आमतौर पर ऐसा नहीं कहा जाता, क्योंकि रोटी होल वीट यानी गेहूं के आटे से बनी होती है, जो फाइबर से भरपूर होती है और ब्लड शुगर को अचानक बढ़ने नहीं देती. लेकिन आजकल का आटा ज्यादातर फाइनली प्रोसेस्ड होता है, जिससे फाइबर कम हो जाता है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बढ़ जाता है. इस कारण यह ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकता है.
लेकिन अगर आप अपनी रोटी को हेल्दी डायबिटीज फ्रेंडली बनाना चाहते हैं तो आपके काम के कुछ टिप्स शेयर किए हैं आर्युवेदिक डॉक्टर सलीम जैदी ने. जी हां, उन्होंने बताया कि अगर आप अपने गेहूं के आटे में तीन खास चीजें मिलाएं तो आपकी रोटी डायबिटीज में खाने के लिए फायदेमंद हो सकती हैं. अलसी के बीज, जौ और मेथी तो आपकी रोटी ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मददगार साबित होगी.
फ्लैक्स सीड्स (अलसी के बीज)
अलसी के बीज, विशेषकर पिसे हुए रूप में, फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स का बेहतरीन स्रोत होते हैं. ये आपकी बॉडी में कार्बोहाइड्रेट के पाचन को धीमा करते हैं, जिससे ब्लड शुगर में अचानक वृद्धि नहीं होती. साथ ही, ये आपके दिल की सेहत के लिए भी लाभकारी हैं क्योंकि इसमें मौजूद ओमेगा-3 बैड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं. अलसी में उच्च मात्रा में फाइबर भी होता है जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है.
कैसे मिलाएं
1-2 टेबलस्पून पिसे हुए फ्लैक्स सीड्स को 1 कप गेहूं के आटे में मिला कर गूंद लें और रोटी बनाएं. स्वाद पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ेगा, इसलिए इसे आसानी से अपनी रोटी में शामिल किया जा सकता है.
- जौ (बर्ले) का आटा
जौ का आटा ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम होता है, जो खाने के बाद ब्लड शुगर के स्तर को कम बढ़ने देता है. इसमें सोलिबल फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है, जो शरीर में शुगर और कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को धीमा करता है और पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है. इसके अलावा, जौ वेट मैनेजमेंट में भी मदद करता है, जिससे वजन नियंत्रित रहता है और यह डायबिटीज नियंत्रण के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है.
कैसे मिलाएं
आप अपने गेहूं के आटे में 25% तक जौ का आटा मिला सकते हैं, यानी 3 कप गेहूं के आटे में 1 कप जौ का आटा मिलाएं. इससे रोटी का स्वाद हल्का सा नटी होगा, जो बहुत खास और अच्छा महसूस होगा.
मेथी के बीज का पाउडर
मेथी के बीज इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाते हैं, जिससे शरीर इंसुलिन का सही उपयोग कर पाता है. यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में बेहद मददगार है. मेथी फाइबर से भरपूर होती है, जो कार्बोहाइड्रेट के धीमे अवशोषण में सहायक होती है. इसके अलावा, यह पाचन तंत्र को सुधारती है और कोलेस्ट्रॉल स्तर को भी नियंत्रित रखती है.
कैसे मिलाएं
1 टेबलस्पून पिसे हुए मेथी के बीज को 1 कप आटे में मिलाएं. अगर आप ज्यादा मात्रा में आटा उपयोग कर रहे हैं, तो इसी अनुपात को बढ़ाएं. मेथी का स्वाद हल्का कड़वा होता है, लेकिन मसालेदार भोजन या चटनी के साथ इसे खाना आसान होता है और धीरे-धीरे इसकी आदत भी पड़ जाती है.