नई दिल्ली:– 30 अप्रैल से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के मद्देनजर हरिद्वार में प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। गुरुवार को जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह व एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने बैरागी कैंप, चमगादड़ टापू और ऋषिकुल मैदान का निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि ऋषिकुल मैदान में 20 रजिस्ट्रेशन काउंटर स्थापित किए जाएंगे और यात्रियों के लिए होल्डिंग एरिया बनाए जा रहे हैं। नारसन बार्डर, चमगादड़ टापू, बैरागी कैंप और ऋषिकुल मैदान में इन होल्डिंग एरिया का निर्माण किया जा रहा है, जहां यात्री रुक सकेंगे। यदि किसी कारणवश अत्यधिक भीड़ बढ़ती है, तो यात्रियों को कुछ समय के लिए रोका जा सकेगा। ये सभी व्यवस्थाएं 25 अप्रैल तक पूरी हो जाएंगी।
जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने इस निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए कि बैरागी कैंप, चमगादड़ टापू (पंत दीप) और ऋषिकुल मैदान में चारधाम यात्रा के पंजीकरण और यात्री हाल्ट कैंप की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके लिए लोक निर्माण विभाग, ऊर्जा निगम और नगर निगम के अधिकारियों को समुचित व्यवस्था के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने कहा कि यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े, इसके लिए साफ-सफाई, पेयजल और विद्युत व्यवस्था निर्बाध रूप से संचालित होनी चाहिए। इस निरीक्षण के दौरान एचआरडीए सचिव मनीष कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल, एसपी सिटी पंकज गैरोला, एसपी यातायात जितेंद्र मेहरा, पीडब्ल्यूडी ईई दीपक कुमार, ईई विद्युत दीपक सैनी, एसएनए रविंद्र दयाल, आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत मौजूद रहे।
सुविधाओं का समुचित प्रबंधन जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने कहा कि तीर्थ यात्रियों को बैठने, लेटने की व्यवस्था, धर्मशालाओं और होटलों की जानकारी, शौचालय और स्नान की सुविधाएं सभी प्रमुख स्थानों पर उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके साथ ही, अधिकारियों को समय से सभी व्यवस्थाएं पूरी करने का निर्देश दिया गया है।
आनलाइन-आफलाइन का अनुपात तय जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने बताया कि आनलाइन और आफलाइन रजिस्ट्रेशन का कोटा 40/60 के अनुपात में निर्धारित किया गया है। तीर्थयात्रियों की आवश्यकता के हिसाब से कोटा बढ़ाया जा सकता है, हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि हरिद्वार से कितने तीर्थयात्री यात्रा की शुरुआत करेंगे। इसके अलावा, पंजीकरण के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।