विद्यार्थियों को बांटा गया शिक्षोपयोगी सामान, विभिन्न क्राइम से बचने की दी गई जानकारी, यातायात के नियमों की समझाइश
गांव की अन्य समस्याएं भी की गई नोट, संबंधित कार्यालयों को किया जाएगा निराकरण हेतु पत्राचार
श्रीमान *पुलिस महानिदेशक श्री डी एम अवस्थी* के द्वारा लगातार संवेदनशील पुलिसिंग पर बल दिया जा रहा है जिसके तारतम्य में *पुलिस महानिरीक्षक रेंज बिलासपुर श्री रतनलाल डांगी* के मार्गदर्शन में जिला जीपीएम पुलिस के द्वारा "तूहर पुलिस तुंहर दुआर" के बैनर तले जिले के दूरस्थ अंचल में बसे ग्राम नाका में जन जागरूकता अभियान एवं शिकायत निवारण शिविर का आयोजन आज दिनांक 06/03/2021 को जीपीएम *पुलिस अधीक्षक श्री सूरज सिंह परिहार* के उपस्थिति एवं निर्देशन में जीपीएम पुलिस के द्वारा ग्राम पंचायत नाका के प्राथमिक शाला के प्रांगण में *"तुंहर पुलिस तुंहर दुआर"* का आयोजन किया गया ।
ग्राम नाका के कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती पूजा एवं वंदना उपरांत अतिथियों के स्वागत के साथ हुई।
आयोजन के दौरान पुलिस अधीक्षक ने अपने संबोधन में कहा कि पुस्तक हमारी सच्ची साथी होती है, उन्ही से हमे ज्ञान मिलता है और आगे बढ़ने की प्रेरणा भी । बच्चियों को संबोधित करते कहे कि आप लोगो को बोलना सीखना है। झिझकना नही है, किसी ने छेड़ दिया जुमला मार दिया तो बिना झिझक जवाब दें बोलना सीखो इस प्रतिस्पर्धा भरी दुनिया में आप खुद को आगे बढ़ाएं। माताएं अपनी बच्चियों को मजबूत बनाएं, उनका विश्वास जगाएं कही कोई असामाजिक तत्व परेशान करे तो पहले आकर घर मे बताए या 112 की मदद तुरन्त ले। बच्चो को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नशा नही करना,जुआ नही खेलना, सामाजिक बुराईयों से दूर रहना पूरा ध्यान पढ़ाई और खेलकूद में केंद्रित करना है।
पुलिस अधीक्षक ने अपने संस्मरण याद करते हुए बताये कि वे भी छानी-छप्पर के स्कूल में औऱ महुआ के पेड़ के नीचे बैठ कर प्राथमिक शिक्षा गांव से लिए हैं और अभी हम जंगलो के बीच स्कूल में पेड़ों के नीचे बैठे है जहां इतने छात्र छात्राएं बैठे है जिनमे मुझे अपार सम्भावनाये दिख रही। फिर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में स्थित पुलिस की पाठशाला के संबंध में बच्चों को जानकारी देते हुए पाठशाला आकर निःशुल्क पुस्तकालय का लाभ उठाने का न्योता दिया।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हमारा राज्य छत्तीसगढ़ सभी देश के सभी राज्यों में सर्वोत्तम राज्यों में एक है। कुछ लोग छत्तीसगढ़ का नाम सुनने के उपरांत नक्सलवाद के नाम पर नाक भौं सिकोड़ते है। नक्सलवाद यहां की पहचान नही - यहां की पहचान घने जंगल, सरस सलिल सदानीरा नदियां,उपजाऊ मिट्टी अपार खनिज संपदा से धनी यह भूमि और भोले भाले लोग है।
पुलिस अधीक्षक ने सभी उपस्थित जनों को नशे से दूर रहने की सलाह दी नशा वाद -विवाद, लड़ाई झगड़ा का कारण होता है इसलिए इन सब से दूर रहने हेतु कहा गया। उपस्थित ग्राम वासियों को किसी भी प्रकार के समस्या होने पर 100 वा 112 के उपयोग करने हेतु बताया गया। साथ ही उन्हें बैंक संबंधी फ्रॉड, एटीएम फ्रॉड, साइबर फ्रॉड के संबंध में जानकारी दी गई।
अंतिम में पुलिस अधीक्षक ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि अपराधी आसपास हो तो आपको पुलिस के हाथ, पैर, नाक, कान, आंख सब बनना है। आप ये कहते हैं की समाज में बुराइयां व्याप्त है तो यहा आप सही नही है आप उन बुराइयों को सामने लाइये हमे बताइये। अभी हम समाज के शिक्षक के तौर पर आपको सिखाने आए हैं पर पुलिस समाज की डॉक्टर भी होती है और हम विश्वास दिलाते हैं कि उस बीमारी का इलाज जरूर करेंगे।
उपस्थित ग्रामीजनों एवं बच्चों को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौरेला, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस गौरेला ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम के समापन के दौरान गुरुजनों को स्मृति चिन्ह व बच्चों को कॉपी पेन वितरण कर कार्यक्रम समाप्त किया गया।
कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस गौरेला रक्षित निरीक्षक, थाना प्रभारी मरवाही, प्रभारी यातायात, ग्राम सरपंच, स्कूल के गुरुजन एवं बच्चे,काफी संख्या में ग्राम नाका तथा आसपास के ग्रामीणजन व थाना मरवाही का पुलिस स्टाफ मौजूद था।
