रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शनिवार को प्रदेशभर से हजारों सहायक शिक्षक पहुंचे। यह सभी नवा रायपुर के माना इलाके में आंदोलन करने पहुंचे थे। तूता में बनाए गए आंदोलन स्थल की व्यवस्था और विरोध प्रदर्शन से शिक्षकों को रोके जाने की वजह से काफी बवाल हुआ।
|छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक/ समग्र शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले 6 फरवरी से जारी सहायक शिक्षकों की हड़ताल आज समाप्त हो गई है संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने राजधानी रायपुर में इसकी घोषणा की है, अब इसके बाद सहायक शिक्षक सोमवार से स्कूलों में अपनी सेवाएं देंगे। हड़ताल समाप्ति की घोषणा होते ही बहुत से सहायक शिक्षक नाराज भी दिखाई दिए ।
आज विरोध प्रदर्शन और आम सभा के बाद सहायक शिक्षकों का एक बड़ा रेला मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने पैदल निकल पड़ा। इसे वेतन विसंगति न्याय पदयात्रा का नाम दिया गया था। रायपुर के सिविल लाइन स्थित मुख्यमंत्री निवास से तूता का विरोध प्रदर्शन स्थल लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर है। शिक्षक इस दूरी को भी पैदल तय करने को राजी थे, मगर बीच रास्ते में ही बैरिकेडिंग लगाकर पुलिस ने शिक्षकों को रोक लिया।
इस वजह से शिक्षकों और पुलिस के बीच बहस बाजी होती रही प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर कर पुलिस अफसरों को खेलने लगे और विवाद के हालात बने । पुलिस ने शिक्षकों को आगे जाने नहीं दिया और शिक्षक भी काफी देर तक आगे जाने की बात पर अड़े रहे।