
वर्धा
पुलिस ने हिंगणघाट शहर के नैनो पार्क स्थित एक घर में अवैध देह व्यापार करने का भंड़फोड़ किया है। पुलिस ने गुप्त जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों का नाम मंगेश दिलीप सुके और उमेश नारायण कोटकर है। इस दौरान एक महिला को रेस्क्यू किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार, आरोपियों द्वारा ग्राहकों को लाने के लिए एक खास फॉर्च्यूनर लग्जरी कार का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस छापेमारी में को एक महिला के साथ हिरासत में लिया गया
पूछताछ के बाद आरोपी मंगेश आर्थिक लाभ के लिए पीड़ित लड़कियों व महिलाओं से देहव्यापार करवाता था। मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने जाल बिछाया और एक फर्जी ग्राहक को इस साइट पर भेजा गया। इसके लिए वह अपनी कार फॉर्च्यूनर का इस्तेमाल कर रहे थे। तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। इनके पास से एपल व अन्य कंपनियों के चार मोबाइल फोन, नकदी व वाहन जब्त किया गया है। जिले के कुछ स्थानों पर अवैध देह व्यापार को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक नरुल हसन ने विशेष अभियान चलाया है
करीब हर माह इस तरह के अवैध धंधे का एक मामला उजागर होता है। नाच/गाना और आर्केस्ट्रा की आड़ में देह व्यापार का धंधा चलता है। पुलिस के पकड़ से बचने के लिए ये धंधेबाज गाना/बजाना की बात कहते रहते हैं, जबकि इसकी आड़ में क्या होता है, इसका खुलासा तब होता है, जब पुलिस की छापेमारी में धंधेबाज पकड़े जाते हैं। गुरुवार की रात पुलिस ने किराये के मकान में चल रहे सेक्स रैकेट का पर्दाफाश करने के साथ ही एक नाबालिग को मुक्त भी कराया है
एनजीओ ने एसपी को सूचना दी थी कि मेहसौल ओपी क्षेत्र के वार्ड 37 के सुंदर नगर, बसवरिया में एक मकान में सेक्स रैकेट चलता है। इसके भंडाफोड़ के लिए एसपी हर किशोर राय ने हेड क्वार्टर डीएसपी-दो राकेश कुमार रंजन के नेतृत्व में पुलिस की स्पेशल टीम गठित की। रात्रि में यह टीम मौके पर पहुंची। बताया गया है कि संबंधित मकान में एक पुलिस कर्मी को सादे लिबास में यानी ग्राहक बना कर भेजा गया। उसने अंदर का देखा और पूरी सच्चाई से बाहर खड़े पुलिस अफसरों को जानकारी दी। फिर पुलिस कर्मियों ने छापेमारी कर एक नाबालिग को इस धंधे से मुक्त कराया। मौके से दो महिलाओं एवं मकान मालिक को पकड़ा गया। हालांकि सरगना पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका है। वह पुनौरा थाना क्षेत्र के खैरवा गांव का रहने वाला