नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। लगातार बढ़ रही गाड़ियों की बिक्री के साथ देश की सड़कों पर फर्राटा भर रहे वाहनों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। अबाध गति से फर्राटा भर रहे वाहन कई बार छोटी सी लापरवाही की वजह से दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। ऐसे में लोगों को जान-माल की क्षति झेलनी पड़ जाती है।
अपनी रोजमर्रा की यात्रा में हमें कुछ चीजों का ध्यान रखना बहुत जरूरी, इसको लेकर शासन-प्रशासन भी लोगों को नियमित रूप से पाठ पढ़ाता रहता है। इतनी जानकारी और तकनीक विकास के बावजूद भी देश की सड़कों पर की जाने लापरवाही चिंता का विषय है। अपने इस लेख में हम सड़क पर चलते समय की जाने वाली कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हमारे लिए जानलेवा साबित हो सकती हैं।
गलत दिशा में ड्राइविंगअमूमन लोग थोड़ा सा समय बचाने के चक्कर में अपनी जान की बाजी लगाते हुए वाहन तो गलत दिशा में ड्राइव करते हैं। ऐसे में हमेशा वाहन टकराने का खतरा रहता है। आए दिन देश की सड़को पर ऐसी दुर्घटनाएं होती रहती हैं और इनकी वजह से तमाम निर्दोषों की भी जान चली जाती है। गलत दिशा में वाहन ड्राइव करना आपके लिए जितना घातक है, उससे कहीं ज्यादा उन सभी वाहनों के लिए ये खतरा पैदा करता है जो सही दिशा में आ रहे होते हैं। टक्कर होने पर सही दिशा में चल रहे वाहनों को बिना किसी गलती के क्षति झेलने पड़ जाती है।
बिना हेलमेट राइडिंगट्रक, बस और कारों से भरी शहर की सड़कों पर बाइक की सवारी करना काफी कठिन हो चुका है। एक तरफ तो दोपहिया राइडर्स को सर्दी, गर्मी और बरसात के रूप में मौसम की मार झेलनी पड़ती है, वहीं दूसरी ओर वे भारी ट्रैफिक में राइड करते हुए अपने-आप को असुरक्षित महसूस करते हैं।अक्सर देखने को मिलता है कि बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर बिना हेलमेट के राइड करते हैं। ये सुनना थोड़ा कड़वा तो लग सकता है, लेकिन आज के समय में सच ये है कि बिना हेलमेट के बाइक चलाना का मतलब जान हथेली पर लेकर चलना है।
कई बार देखने को मिलता है कि लोग दोपहिया वाहन पर तीन लोगों को बैठाकर सवारी करते हैं। ऐसा करना केवल आपके लिए ही नहीं, बल्कि उन लोगों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है, जो आपके आस-पास से गुजर रहे हैं। होता क्या है बाइक या स्कूटर पर दो लोग ही सही तरीके से बैठ सकते हैं, इसलिए ही परिवहन विभाग ने इन पर केवल दो लोगों के बैठने के नियम निर्धारित किए हैं। हमारी आपको सलाह है कि दोपहिया वाहन चलाते समय राइडिंग गियर पहन कर चलें, जिससे आप पूरी तरह से सुरक्षित यात्रा कर सकेंगे।
डराते हैं सड़क दुर्घटना के आंकड़ेहाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया था कि भारत हर साल पांच लाख सड़क दुर्घटनाओं का गवाह बनता है, जिसमें दो लाख मौतें शामिल हैं। इन हादसों में तीन लाख लोगों के पैर और हाथ टूट जाते हैं। उन्होंने कहा कि इन सड़क दुर्घटनाओं की वजह से देश की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में तीन प्रतिशत का नुकसान होता
