लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है. आज सभी की नजर सदन पर है, क्योंकि सत्ता पक्ष और विपक्ष के दिग्गज नेता एक-एक करके संबोधित कर रहे हैं. पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सरकार पर वार किया. उसके बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल पर पलटवार किया और अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बारी है. वह सदन को संबोधित कर रहे हैं.
…– अमित शाह ने कहा, गौरव गोगोई का पूरा भाषण सुनने के बाद मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं कि ये अविश्वास प्रस्ताव केवल और केवल भ्रांति पैदा करने के लिए लाया गया है. ये जनता की ईच्छाओं का प्रतिबिंब नहीं है.-अमित शाह ने कहा कि कई बार सरकारों का बहुमत जानने के लिए विपक्ष के लोग ये प्रस्ताव लाते हैं. ये अविश्वास प्रस्ताव का उदेश्य जनता में भ्रांति खड़ी करने के लिए है. अल्पमत का सवाल ही नहीं है और जनता में भी विश्वास है. 30 साल के बाद पहली बार इस देश की जनता ने पूर्ण बहुमत देने का काम किया.-
अमित शाह ने कहा कि मोदी जी 24 घंटे में से 17 घंटे काम करने वाले प्रधानमंत्री हैं. 9 साल में 50 से ज्यादा ऐसे फैसले लिए हैं जो ऐतिहासिक फैसले हैं. लगभग 30 साल से इस देश की राजनीती भ्रष्टाचार और परिवारवाद से ग्रसित थी. भ्रष्टाचार-परिवारवाद की राजनीती से मोदी जी ने देश को आजाद किया है.
सोमवार को राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद से उनका भाषण बहुप्रतीक्षित था, जो आज हुआ. उन्होंने मणिपुर मुद्दे पर बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार पर कई कड़े हमले किए और अडानी विवाद को भी सामने लाया. बाद में केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी पर पलटवार किया.विपक्षी गठबंधन INDIA ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है, जिसे लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने 26 जुलाई को स्वीकार कर लिया था.
