भोपाल : मध्यप्रदेश के बैतूल शासन की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे के इस्तीफे का मामला दिनो दिन तूल पकड़ता जा रहा है। मामला कोर्ट में है लेकिन इस बीच अपना इस्तीफा मंजूर करवाने के लिए अब निशा बांगरे सड़क पर उतर गई हैं। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। वो प्रदेश की ऐसी पहली डिप्टी कलेक्टर हैं जो कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दे रहीं हैं।
निशा बांगरे ने मध्यप्रदेश शासन पर न्यायपालिका को गुमराह करने के आरोप लगाते हुए चेतावनी दी है कि अगर एक दिन में उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया तो वह पति सहित बच्चों के साथ 28 सितंबर से अनशन पर बैठ जाएंगी। बीते दिन डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने अपने इस्तीफे की मांग करते हुए कलेक्ट्रेट में धरना भी दिया था।
विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे का कहना है उनकी राह में शासन रोड़ा बना हुआ है। वो बैतूल की दलित आरक्षित आमला सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं। सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे चुकी हैं लेकिन अभी उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है। इसलिए प्रदेश सरकार से उनकी लड़ाई अब सड़क पर उतर गईं है।