Close Menu
Tv36Hindustan
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Facebook X (Twitter) Instagram Vimeo
    Tv36Hindustan
    Subscribe Login
    • समाचार
    • छत्तीसगढ
    • राष्ट्रीय
    • नवीनतम
    • सामान्य
    • अपराध
    • स्वास्थ्य
    • लेख
    • मध्य प्रदेश
    • ज्योतिष
    Tv36Hindustan
    Home » कृषि विशेषज्ञों से जानें गेंहू एवं चने की फसल में लगने वाले किट एवं रोग के बचाव के तरके,गेंहू,चना एवं अन्य रबी फसलों में किट एवं रोग नियंत्रण के लिए कौन सी दवाई डालनी चाहिए,जानें…..
    News

    कृषि विशेषज्ञों से जानें गेंहू एवं चने की फसल में लगने वाले किट एवं रोग के बचाव के तरके,गेंहू,चना एवं अन्य रबी फसलों में किट एवं रोग नियंत्रण के लिए कौन सी दवाई डालनी चाहिए,जानें…..

    By adminDecember 29, 2023No Comments4 Mins Read
    WhatsApp Facebook Twitter Pinterest LinkedIn VKontakte Email Tumblr
    Share
    WhatsApp Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    नई दिल्ली:- वर्तमान समय में मौसम में तापक्रम के उता-चढ़ाव एवं लम्बे समय तक बादल रहने अर्थात् धूप न निकलने से रबी फसलों में फली भेदक इल्ली, उकटा, सूखा सड़न एवं कॉलर रॉट की समस्या देखी जा रही है। ऐसे में कृषि विशेषज्ञों ने किसानों के लिए आवश्यक सलाह जारी की है। बंपर उत्पादन के लिए किसानों को किट एवं रोग के नियंत्रण के बारे में आवश्यक जान लेना चाहिए, जानें आर्टिकल में पूरी जानकारी..

    चने की इल्ली से नुकसान एवं बचाव के तरीके

    चने की इल्ली शुरू में पौधों की पत्तियों को खा कर पौधों की बढ़वा एवं शाखाएं फूटने को प्रभावित करती है। उसके बाद फली अवस्था में फली में छेदकर दाने खाती है जिससे फसल उत्पादन काफी कम हो जाता है, इसके नियंत्रण हेतु फसल में लकड़ी की ‘टी’ आकार की 3 फुट ऊँची 50 खूटियाँ / हेक्टेयर लगायें। जिस पर कीट भक्षी पक्षी बैठकर पौधों से इल्लियाँ खाती रहती है। 
    जिससे खेतों में इल्लियों की संख्या कम हो जाती है इसी प्रकार चने की फसल में फेरोमोन प्रपंच लगायें। इसके माध्यम से प्रौढ़ नर कीटों को आकर्षित नर नष्ट Rabi crop Disease Control किया जा सकता है और खेतों की मेड़ों के किनारे 125 वॉट का मरकरी बल्ब लगाकर शाम 6-8 बजे तक प्रकाश प्रपंच यंत्र के माध्यम से प्रौढ़ कीटों को आकर्षित कर नष्ट किया जा सकता ह

    अंत में कीट की समस्या ज्यादा दिखने पर रासायनिक दवा इमामेक्टिन बेन्जोएट 5 प्रतिशत एम. जी. 220 ग्राम / 500 लीटर पानी / हेक्टेयर या स्पाईनोसेड 73 ए. आई. या प्रोफेनोफॉस 100 ए.आई. 100 ग्राम प्रति एकड़ की दर से 150-200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।

    चने में उकटा रोग नियंत्रण

    उकटा रोग के लक्षण पौधों में बुवाई के 30 दिन से फली लगने तक देखे जा सकते हैं संक्रमित पौधा मुरझाकर सूख जाता है। इसके प्रबंधन के लिए संक्रमित पौधों को खेत से निकाल दें।
    फसल के अवशेषों को जला दें और गर्मी के मई माह में खेत की गहरी जुताई करें, रोग प्रतिरोधी किस्मों की बुवाई करें जिस खेत में यह रोग Rabi crop Disease Control आ रहा है वहां 3 वर्ष तक चना की बुवाई नहीं करें और कड़ी फसल में स्यूडोमोनास फ्लोरोसिस 2 लीटर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।

    चने में कॉलर रॉट रोग नियंत्रण

    दूसरी बीमारी स्तंभ मूल संधि विगलन रोग आ रहा है। इस रोग के लक्षण पौधों का पीला होना था आसानी से पौधों का फसल-उखड़ना पौधे के तने के सड़े भाग से जड़ तक सफ़ेद फफूंद एवं काक के जाल पर राई के डेन के आकार के फफूंद के बीजाणु दिखाई देते है।

    इसके प्रबंधन हेतु खेत में ज्यादा नमी नहीं हो, रोग प्रतिरोधी किस्मों का चयन एवं फफूंदनाशक दवा से बीज उपचार कर बुवाई करें और कड़ी फसल में स्यूडोमोनास फ्लोरोसिस 2 लीटर प्रति एकड़ Rabi crop Disease Control की दर से छिड़काव करें ।

    गेहूं में फ्लैग स्मट का नियंत्रण

    गेहूं में फ्लैग स्मट एक महत्वपूर्ण रोग है, हालांकि जो किसान बीज उपचार का नियमित उपयोग करते हैं और गेहूँ की प्रतिरोधी किस्मों या हर वर्ष नए बीजों का उपयोग करते हैं। उसमें यह रोग उनके खेत में प्रभावी ढंग से नियंत्रित रहता है। फ्लैग स्मट अन्य अनाज स्मट रोगों से भिन्न होता है क्योंकि इसमें रोग के लक्षण बालियों की जगह पत्तियों में दिखाई देते हैं। फ्लैग स्मट से उपज में 5-20 प्रतिशत तक हानि हो सकती है।

    वैज्ञानिक ने किसानों को फ्लैग स्मट के लक्षण के बारे में बताया कि रोग के लक्षण पत्तियों, पत्ती आवरण, शाखाओं और कभी-कभी तने पर भी दिखाई देते है फ्लैग स्मट की जो विशेषता लम्बी, उभरी हुई काली धारियां Rabi crop Disease Control होती है जो पौधों के ऊतकों को तोड़ती है और भूरे – काले बीजाणुओं के समूह को प्रकट कराती है पौधे बोने हो सकते हैं, पत्तियां मुड़ी हुई और विकृत धब्बे दिखने लगती हैं सभी तने में लक्षण प्रदर्शित नहीं होते हैं
    ।

    संक्रमित तनों में आम तौर पर अनाज उत्पादन नहीं होता है फ्लैग स्मट बीज और मिट्टी के द्वारा फैलता है और इसके बीजाणु मिट्टी में सात वर्षों तक जीवित रह सकते हैं। कटाई के दौरान रोग बीजाणु Rabi crop Disease Control निकलते हैं जो अनाज और मिट्टी को प्रदूषित करते हैं दूषित अनाज की बीजाणु उभरने से पहले अंकुरों को संक्रमित कर देते हैं यह प्रक्रिया गर्म तापमान और सूखी बुवाई रोगाणु के लिए अनुकूल होती है। इसके प्रबंधन के लिए टेबुकोनाजोल 1 मी.ली./लीटर पानी की मात्रा का छिड़काव पौधों में फ्लैग स्मट के प्रकोप का नियंत्रण करता है।

    Post Views: 0

    chhattisgarh Chhattisgarh Chhattisgarh police CM Bhupesh Baghel Hindi khabar Hindi news hindinews india know which medicine should be used for kit and disease control in wheat Learn from agricultural experts about the kits used in wheat and gram crops and the methods of prevention of diseases Raipur Today latest news Today news
    Share. WhatsApp Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Email Tumblr
    Previous Articleरेलवे के सूत्रों से बड़ी ख़बर आई सामने,इस तारीख से अयोध्या रूट से चलाई जाएगी 10 से 15 नई ट्रेनें……
    Next Article ममता ने दिखाए तेवर,अखिलेश भी हुए गरम,अब शिवसेना ने फंसा दिया INDI गठबंधन का मामला…..
    admin
    • Website

    Related Posts

    छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के प्रभार में फेरबदल, नए मंत्री बनने के चलते हुआ जिलों के प्रभार में बदलाव, देखें लिस्ट…

    September 19, 2025

    गुड़ को ऐसे करें Store, सालभर रहेगा सुरक्षित और बना रहेगा स्वाद…

    September 19, 2025

    ओम हॉस्पिटल पर गिर सकती है गाज, स्वास्थ्य संचालक ने दिलाया आश्वासन,,पीड़ित परिवार ने प्रशासन से की सख्त कार्रवाई की मांग….

    September 19, 2025

    DUSU चुनाव में ABVP ने जीते अध्यक्ष समेत 3 पद, NSUI का उपाध्यक्ष पद पर कब्ज़ा…

    September 19, 2025

    Comments are closed.

    Ads
               
               
    × Popup Image
    Ads
    Ads
    Ads
    ADS
    Ads
    ADS
    Ads
    Ads
    About
    About

    tv36hindustan is a News and Blogging Platform. Here we will provide you with only interesting content, and Valuable Information which you will like very much.

    Editor and chief:- RK Dubey
    Marketing head :- Anjali Dwivedi
    Address :
    New Gayatri Nagar,
    Steel Colony Khamardih Shankar Nagar Raipur (CG).

    Email: tv36hindustan01@gmail.com

    Mo No. +91 91791 32503

    Recent Posts
    • छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के प्रभार में फेरबदल, नए मंत्री बनने के चलते हुआ जिलों के प्रभार में बदलाव, देखें लिस्ट…
    • गुड़ को ऐसे करें Store, सालभर रहेगा सुरक्षित और बना रहेगा स्वाद…
    • ओम हॉस्पिटल पर गिर सकती है गाज, स्वास्थ्य संचालक ने दिलाया आश्वासन,,पीड़ित परिवार ने प्रशासन से की सख्त कार्रवाई की मांग….
    • DUSU चुनाव में ABVP ने जीते अध्यक्ष समेत 3 पद, NSUI का उपाध्यक्ष पद पर कब्ज़ा…
    • युवाओं में बढ़ रही आंखों की ये बीमारियां, जाने…
    Pages
    • About Us
    • Contact us
    • Disclaimer
    • Home
    • Privacy Policy
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    © 2025 tv36hindustan. Designed by tv36hindustan.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Sign In or Register

    Welcome Back!

    Login to your account below.

    Lost password?