साउथ कोरिया ने एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए अपने देश में कुत्तों के मास के बिकने पर पाबंदी लगा दी है. दक्षिण कोरिया ने एक नया कानून पारित किया है, जिसका उद्देश्य साल 2027 तक कुत्तों की हत्या और उनके मांस की बिक्री को समाप्त करना है. इस कानून का उद्देश्य कुत्ते का मांस खाने की सदियों पुरानी प्रथा को खत्म करना है.पिछले कुछ दशकों में कुत्ते का मांस, खाने वालों की पसंद से बाहर हो गया है. खासतौर पर युवा इससे दूर रहते हैं.
कानून के हिसाब से अब से उपभोग के लिए कुत्तों को पालना या मारना प्रतिबंधित होगा, साथ ही कुत्ते का मांस बेचना या खरीदना भी प्रतिबंधित कर दिया गया है. ऐसा करने का दोषी पाए जाने वालों को जेल भेजा जा सकता है. पशुओं के अधिकारों के लिए लड़ने वाले समूह, जो लंबे समय से इस प्रतिबंध पर जोर दे रहे हैं, ने नतीजे की सराहना की. हालांकि, किसानों ने इस प्रतिबंध के खिलाफ अभियान चलाया था. उनका कहना था कि इस व्यवसाय से जुड़े कई लोग काफी सालों से यही काम कर रहे हैं और उनके लिए इसे बदलना काफी मुश्किल है.
क्या है ‘बोशिनतांग’डॉग मीट स्टू, जिसे “बोशिनतांग” कहा जाता है, कुछ पुराने दक्षिण कोरियाई लोगों के बीच एक स्वादिष्ट व्यंजन माना जाता है, लेकिन यह मांस अब युवा लोगों के बीच लोकप्रिय नहीं है. 1980 के दशक की पिछली सरकारों ने कुत्ते के मांस पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया था, लेकिन इसको खत्म करने में वह विफल रहीं. वर्तमान राष्ट्रपति यूं सुक येओल और फर्स्ट लेडी किम केओन एक पशु प्रेमी हैं. दोनों के पास छह कुत्ते हैं, और किम ने कुत्तों को खाने की प्रथा को समाप्त करने का आह्वान किया है.कितने साल की होगी सजाकुत्तों को काटने वालों को तीन साल तक की जेल हो सकती है, जबकि जो लोग मांस के लिए कुत्तों को पालते हैं या कुत्ते का मांस बेचते हैं उन्हें अधिकतम दो साल की सजा हो सकती है.
प्रशासन के इस फैसले से निश्चित तौर पर डॉग मीट बेचने वालों को बेहद नुकसान होगा, लेकिन सरकार ने इस बात का ध्यान रखते हुए किसानों और रेस्तरां मालिकों को रोजगार और आय के दूसरे स्रोत खोजने का समय दिया है, क्योंकि इस कानून को तीन साल में लागू किया जाएगा. उन्हें अपने बिजनेस को सही तरीके से खत्म करने की योजना अपने स्थानीय अधिकारियों को देनी होगी.
