नई दिल्ली : वास्तु शास्त्र में घर में रखी चीज़ें और घर में किए जाने वाले कामों को लेकर बहुत से नियम बताए गए हैं. ये सभी चीज़ें घर में रहने वाले सदस्यों के जीवन में सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डालती है. वास्तु शास्त्र में घर में रखी जाने वाली चीज़ों की दिशाओं और उनके आकार के बारे में भी बताया गया है. इनमें से एक है कपड़ों को धोना. वास्तु शास्त्र में कपड़े धोने को लेकर विस्तार से वर्णन किया गया है. जैसे कि कपड़े धोने का सही समय या फिर रात के समय कपड़े क्यों नहीं धोने चाहिए. इन बातों को बहुत कम लोग जानते हैं. तो चलिए जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से कि आख़िर रात में कपड़े क्यों नहीं धोनी चाहिए.
क्यों नहीं धोने चाहिए रात में कपड़े?
-वास्तु शास्त्र के अनुसार, रात में कपड़े धोना सही नहीं होता, लेकिन यदि आपने रात के समय कपड़े धो दिए हैं तो इन कपड़ों को बाहर नहीं सुखाना चाहिए. माना जाता है कि ऐसा करने से सुख-समृद्धि आने में बाधाएं आती हैं.
-वास्तु शास्त्र के अनुसार, कपड़े हमेशा सूर्य की उपस्थिति में ही धोने चाहिए और इन्हें सूर्य के प्रकाश में सुखाना सर्वोत्तम होता है. ऐसा करने के पीछे कारण है कि सूर्य की रोशनी कपड़ों से नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर देती है. जब हम वह कपड़े पहनते हैं तो सूर्य की ऊर्जा और सकारात्मकता हमें प्रभावित करती है.
-वास्तु शास्त्र के अनुसार, रात के समय नकारात्मक ऊर्जा अधिक मात्रा में व्याप्त होती है. यदि हम रात में कपड़े धोते हैं और उन्हें बाहर सुखाते हैं, तो नकारात्मक ऊर्जा हमारे कपड़ों में प्रवेश कर जाती है. यह नकारात्मक ऊर्जा हमारे लिए किसी भी तरह से अच्छी नहीं होती.
