नई दिल्ली:- आधार कार्ड बेहद जरुरी दस्तावेजों में से एक है। ऐसे में आधार कार्ड जारी करने वाली संस्था यूआईडीएआई ने इस सोमवार को स्पष्ट कर दिया है कि संस्थान की ओर से किसी भी आधार नंबर को रद्द नहीं किया गया है।
मीडिया की मानें तो यूआईडीएआई ने कहा है कि आधार डेटाबेस को अपडेट रखने के लिए आधार नंबर धारकों को समय-समय पर जानकारी को जारी किया जाता है।
जानें कैसे करें आधार का इस्तेमाल
खबर की मानें तो आधार सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला डिजिटल पहचान पत्र है। काफी सारी सब्सिडी लाभ और सर्विस का लाभ उठाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। यूआईडीएआई ने अपनी वेबसाइट पर जानकारी दी है कि आधार डेटाबेस की सटीकता बनाए रखने के लिए प्राधिकरण ने दस्तावेजों और आधार को अपडेट करने के लिए एक रुटीन प्रक्रिया शुरु की थी।
जानें कहां कर सकते हैं शिकायत
वहीं आधार जारी करने वाली संस्था ने कहा है कि यदि किसी आधार कार्ड धारक को किसी भी प्रकार की शिकायत हैं तो वह यूआईडीएआई को अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं। ये वादा करते हुए कि शिकायत का निदान किया जाएगा। यदि किसी आधार कार्डधारकों को इस बारे में शिकायत है कि वह इस लिंक https://uidai.gov.in/en/contact-support/feedback.html. पर UIDAI को अपना रिस्पॉस कर सकते हैं।
UIDAI ने किया स्पष्ट
वहीं UIDAI की ओर से ये स्पष्ट किया गया है कि जब पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने रविवार को आरोप लगाया था कि बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार ने लोकसभा के चुनाव से पहले राज्य में लोगों को कई सामाजिक कल्याण स्कीम का लाभ लेने से रोकने के लिए उनके आधार कार्ड को डीएक्टीवेट कर दिया है।
वहीं सीएम ने सभी ने ये भी कहा था कि सरकार सभी लाभार्थियों के पास आधार कार्ड के न होने के बावजूद राज्य के द्वारा चलाए कल्याण कार्यक्रम को जारी रखा जाएगा। इसके बाद बनर्जी ने कहा था कि बंगाल के काफी सारे जिलों में कई आधार कार्ड को डीएक्टीवेट कर दिया गया है।
