*रायपुर:-* गाजा पट्टी के संकट को लेकर भारत ने फिर चिंता जाहिर की है. इंडिया की ओर से कहा गया कि गाजा में जो कुछ भी हुआ, उससे हिंदुस्तान भी परेशान हुआ है और पूरे विवाद को लगभग 5 महीने हो चुके हैं. यह इंसानियत पर संकट जैसा है जो कि गहराता जा रहा है. यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली यूएनजीए की ब्रीफिंग के दौरान ये बातें संयुक्त राष्ट्र यूएन में भारत की प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहीं. वह आगे बोलीं- इजरायल और हमास के बीच जारी विवाद और तनाव के चलते बड़े स्तर पर लोगों की जानें जा चुकी हैं, खासकर महिलाओं और बच्चों की यह अस्वीकार्य है. देखिए, UNGA ब्रीफिंग के दौरान गाजा संकट पर क्या बोलीं यूएन में भारत की प्रतिनिधि:रुचिरा कंबोज के मुताबिक, हमने इस विवाद के दौरान गईं नागरिकों की जान को लेकर कड़ी आलोचना करते हैं…आतंकवाद के खिलाफ भारत का लंबे समय से रुख इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा बेहद साफ रहा है. हम सभी बंधकों को रिहा करने की मांग करते हैं. भारत की ओर से इससे पहले 1 मार्च, 2024 को उत्तरी गाजा में जानमाल के नुकसान पर दुख जताया गया था. वैसे, गाजा पट्टी में इजरायल के सैन्य हमले में मरने वाले कुल फिलिस्तीनियों की संख्या बढ़कर 30,320 2 मार्च, 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार हो चुकी है. हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान में बताया गया था, ”इजरायली सेना ने 24 घंटों में 92 फिलिस्तीनियों को मार डाला और हमले में 156 लोग घायल हो गए. यही वजह है कि 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद मरने वालों की संख्या 30,320 हो गई. कुल 71,533 लोग घायल हुए.तत्काल हो युद्धविराम- US उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस की मांग*हिंदुस्तान की चिंता से 1 दिन पहले 4 मार्च, 2024 को अमेरिकी* उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस ने गाजा में कम से कम अगले 6 हफ्ते के लिए तत्काल युद्धविराम की अपील की. उन्होंने इजराइली सरकार से युद्ध से तबाह हुए इलाके में मदद की आपूर्ति बढ़ाने के लिए और प्रयास करने के लिए भी कहा ।
