मध्यप्रदेश:- गुरुवार के दिन भगवान श्रीहरि विष्णु और देवगुरु बृहस्पति का पूजन हर मनोकामना की पूर्ति करता है. गुरुवार के दिन व्रत को करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही सुख और सौभाग्य में भी वृद्धि होती है. इस दिन व्रत रखने से शीघ्र विवाह के भी योग बनते हैं.
अगर आपका विवाह नहीं हो रहा है या फिर विवाह में कुछ अड़चनें आ रही हैं तो आप कुछ आसान से उपायों को अपनाकर इन अड़चनों तो दूर कर सकते हैं. गुरुवार के आसान से उपायों को करने से विवाह संबंधी सभी प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं. अगर कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत होता है तो शादी में कोई भी दिक्कत नहीं होती है.इस कारण लोग गुरु को मजबूत करने के उपाय करते हैं. आप गुरुवार के दिन गुरु को मजबूत करने के लिए कुछ उपायों को अपना सकते हैं.
जल्दी शादी के लिए गुरुवार को करें ये उपाय
शादी में बाधा आ रही हो तो गुरुवार के दिन जटा वाले 5 नारियल भगवान शिव को अर्पित करें. इन नारियलों को अर्पित करते समय ‘ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा’ मंत्र का जाप करें. इससे शीघ्र विवाह के योग बनते हैं.
गुरुवार के दिन पीले रंग के कपड़े पहनें. इसके साथ ही विधि-विधान से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का पूजन करें.
इस दिन मंदिर में जाकर माता दुर्गा को सिंदूर अर्पित करें. माता को अर्पित सिंदूर अपनी ग्रीवा पर लगाएं. ऐसा करने से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं.
शादी में आ रही बाधा को दूर करने के लिए गुरुवार के दिन ‘ॐ ग्रां ग्रीं ग्रों स: गुरूवे नम:’ मंत्र का 108 बार जाप करें.
गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को एकाक्षी नारियल अर्पित करें.
गुरुवार के दिन विवाह योग्य युवती के माता-पिता को गुप्त दान करना चाहिए. इस दान में आप धन या फिर किसी वस्तु का दान कर सकते हैं.
कम से कम 11 गुरुवार पानी में हल्दी डालकर नहाएं. ऐसा करने से जल्द ही जीवनसाथी की तलाश पूरी होगी. इसके साथ ही इस दिन भगवान विष्णु को हल्दी अर्पित करें और इसी हल्दी से अपने माथे पर भी तिलक लगाएं. इससे विवाह में आने वाली बाधा का अंत हो जाएगा.
गुरुवार के दिन पानी में कच्चा दूध मिलाकर माता तुलसी को अर्पित करें. ऐसा करने से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं. गुरुवार के दिन केले के पेड़ में जल चढ़ाना चाहिए.
अगर विवाह तय होने के बाद बात नहीं बन पाती है तो गुरुवार के दिन आपको तुलसी की माला धारण करनी चाहिए. इसके साथ ही 108 बार भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करना चाहिए. ये उपाय कम से कम 7 गुरुवार तक अपनाएं.
