नई दिल्ली:– सुरेश गोपी ने गुरुवार को कहा कि वह केंद्रीय मंत्री बनना नहीं चाहते हैं बल्कि चाहते हैं कि केरल के लोगों के कल्याण के लिए उनके द्वारा प्रस्तावित परियोजनाओं पर काम हो। लोकसभा चुनाव में गोपी ने त्रिशूर लोकसभा सीट जीतकर केरल में पहली बार भाजपा का खाता खोला है।
उन्होंने अनुरोध किया कि उन्हें एक मंत्रालय तक सीमित न रखा जाए बल्कि वह सांसद के रूप में लोगों के लिए मंत्री की तुलना में अधिक काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि त्रिशूर से जीतने के कारण सांसद के रूप में उनका काम यहीं तक सीमित नहीं रहेगा। वह सांसद के रूप में केरल के साथ-साथ पड़ोसी राज्य तमिलनाडु के लिए काम करना चाहेंगे।
यूडीएफकांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के संयोजक एमएम हसन ने गुरुवार को कहा कि त्रिशूर सीट से गोपी की जीत भाजपा और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के बीच हुए गुप्त समझौते का नतीजा है। हम सभी ने लेफ्ट संयोजक और दिग्गज माकपा नेता ईपी जयराजन और भाजपा के केरल प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर की बैठक के बारे में सुना है। विजयन ने भाजपा को त्रिशूर सीट सोने की थाली में सौंप दी।