छत्तीसगढ़:– दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में संयुक्त राज्य की जनसंख्या नियंत्रण एजेंसी यूएनएफपीए द्वारा भ्रूण हत्या रोकथाम विषय पर गोलमेज कार्यक्रम का आयोजन किया गया
इस अवसर पर तीस सांसदों ने अपने विचार रखें एवम लैंगिक असमानता भ्रूणहत्या एवम महिला सशक्तिकरण आदि विषयों पर गहन चिंतन मनन किया एवम भारत में इन समस्याओं की वस्तुस्थिति पर चिंता जाहिर की
इस गोलमेज कार्यशाला में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व कोरबा सांसद श्री मती ज्योत्सना महंत ने किए एवम छत्तीसगढ़ में भ्रूण हत्या एवम लैंगिक असमानता पर अपने विचार रखे
उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर भी यूनाइटेड नेशन के प्रयासों की सराहना की एवम भारतीय समाज के विकास में महिलाओं के योगदान को अवश्यक बताया

भ्रूण हत्या एक सामाजिक कलंक –ज्योत्सना महंत
अपने वक्तव्य के दौरान उन्होंने कहा कि जबकि वर्तमान परिदृष्य में बेटियां भी हर क्षेत्र में बेटो के साथ कदम से कदम मिलाकर पूरी मजबूती से चल रही हैं बावजूद इसके की समाज का एक बड़ा तबका अभी भी बेटो की चाहत रखता हैं जिससे जनसंख्या में वृद्धि तो होती हैसाथ ही साथ भ्रूण हत्या जैसे सामाजिक कलंक में भी वृद्धि होती हैं उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में लैंगिक अनुपात में वृहद अंतर देखने को मिल रहा हैं जो चिंतनीय है एक समाज के तौर पर हम सभी 4को बेटियो का सम्मान करना चाहिए और भ्रूण हत्या जैसे अपराध को रोकना चाहिए

इस गोलमेज समेल्लन में छत्तीसगढ़ से कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत सहित केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले, असम सांसद मोइन खान, बारांबंकी सांसद तनुज पुनिया आदि ने अपने विचार रखे और इस कार्यक्रम में श्री मती ज्योत्सना चरणदास महंत के सांसद प्रतिनिधि पोसकदास महंत, बेटी बचाओ संस्था की निदेशक आस्था महंत डाक्टर नवीन श्रीवास्तव अध्यक्ष उपभोक्ता फोरम रायपुर, रतन दीप गुप्ता देव राय आदि उपस्थित रहे।