गुमला. गुमला जिला आदिवासी बहुल एवं पिछड़ा इलाका में आता है. किंतु हमारे जिले के लोगों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. जिले के लोगों ने इसे चरितार्थ करके दिखाया है. इसी कड़ी में गुमला के इतिहास में नया अध्याय जुड़ा है. गुमला जिला के घाघरा प्रखंड के शिवराजपुर पंचायत के चेचेपाट गांव निवासी की दो सगी बहन चंद्रमुनि कुजूर और हीरामणि कुजूर ने मिस यूनिवर्स वर्ल्ड इंडिया इंटरनेशनल 2024 का खिताब जीतकर जिले को गौरांवित किया है.वहीं जिले के लोगों द्वारा दोनों बहनों को बधाई देने का तांता लगा हुआ है. साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे हैं. बताते चलें कि सभी कैटिगरी के कई राज्यों से 200 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. जिसमें गुमला जिला की चंद्रमुनि कुजूर ने खिताब पर कब्जा जमाया.
वहीं शारीरिक रूप से दिव्यांग हीरामणि कुजूर को मिस यूनिवर्स वर्ल्ड इंडिया इंटरनेशनल 2024 का स्पेशल विनर बनाया गया.मेहनत से पाएं बेहतर मुकामबताते चलें कि दोनों बहनें वर्तमान में अपनी माता पिरो देवी के साथ रांची सपारोम में पूरा परिवार रहते हैं. कभी-कभी अपने पुश्तैनी घर चेचेपाट में कोई पर्व त्यौहार समारोह में आते हैं. चंद्रमणि कुजूर ने बताया कि ट्राइबल क्षेत्र से आकर खिताब जीतना बहुत बड़ी बात है. मैं ट्राइबल क्षेत्र की बच्चियों से कहना चाहूंगी कि आप सभी मेहनत करें और बेहतर मुकाम हासिल करें. कहीं भी अपना परचम लहराया जा सकता है. मैं 2 बार नेशनल लेवल से पर जीत हासिल की है. मैं झारखंड में नागपुरी एल्बम भी बना रही हूं.
कमजोरी को बनाएं ताकतहीरामणि कुजूर ने कहा कि मैं शारीरिक रूप से दिव्यांग होने के बावजूद भी मिस यूनिवर्स वर्ल्ड इंटरनेशनल 2024 का खिताब प्राप्त की हूं. निश्चित तौर पर मैं सभी दिव्यांग बहनों को कहना चाहती हूं कि जो भी दिव्यांग है. मेरी जीत उन लोगों की जीत है, आप अपनी दिव्यांगता को अपनी ताकत बनाएं. आप किसी से कम नहीं, क्योंकि आपको भगवान ने सबसे अलग बनाया है. अगर आप में काबिलियत है ,तो आपकी दिव्यांगता आपको आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती. आप मेहनत करें सफलता एक न एक दिन जरूर मिलेगी. वही बताते चलें कि इनके पिता देशाई पुजार हिमाचल प्रदेश में बिजली विभाग में कार्यरत हैं.