नई दिल्ली:– आज के बिजी लाइफस्टाइल में हम रात को देर से सोते हैं और सुबह को और भी देर से सोकर उठते हैं. लंबे समय तक इसी रूटीन को फॉलो करते हैं तो हमें सिर्फ शारीरिक तौर पर ही नहीं, बल्कि मानसिक तौर पर भी कई तरह के नुकसान होते हैं. जानकारों के अनुसार या फिर अगर देखें तो भारतीय संस्कृति में हमेशा सुबह 3 बजे से लेकर 5 बजे के बीच उठने की सलाह दी गयी है. माना जाता है आप अगर इस समय में उठते हैं तो आपको कई तरह के फायदे होते हैं जो आगे चलकर आपके जीवन में दिखाई देते हैं. आज इस आर्टिकल में हम आपको सुबह जल्दी सोकर उठने की वजह से होने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं. तो चलिए इन फायदों के बारे में जानते है.
इमोशंस पर कंट्रोल
जब आप सुबह 3 बजे से 5 बजे सोकर उठते हैं तो ऐसे में आपका दिमाग पूरी तरह से शांत रहता है. जब आपका दिमाग शांत रहता है तो आप अपनी भावनाओं पर बेहतर तरीके से काबू रख पाते हैं. सुबह उठकर माइंडफुलनेस प्रैक्टिस करना एक तरह का मेंटल एक्ससरसाइज है जिसे सुबह के समय प्रैक्टिस करना बेहतर है.
बेहतर एनर्जी
जब आप सुबह 3 से लेकर 5 बजे के बीच सोकर उठते हैं तो इस समय आपको यह दुनिया पूरी शांत लगती है. कहीं भी शोर-शराबा नहीं होता है और ना ही कोई रोक टोक. अगर आप भगवान के साथ जुड़ना चाहते हैं तो यह आपके लिए सबसे बेहतर समय है. जानकारों के अनुसार सुबह के इस समय आध्यात्मिक एनर्जी सबसे बेहतर होती है.
बेहतर फोकस
अगर आप पढ़ाई कर रहे हैं या फिर चीजों को याद करना चाहते हैं तो ऐसे में आपको सुबह 3 से 5 बजे के बीच उठना चाहिए। इस समय आपको चीजें ज्यादा बेहतर तरीके से याद रह जाती हैं.
बेहतर क्लियरिटी
अगर आपका दिमाग सही तरीके से सोच-समझ नहीं पाता है तो ऐसे में आपको सुबह 3 बजे से 5 बजे के बीच सोकर उठना शुरू कर देना चाहिए. इस समय सोकर उठने से आप क्रिएटिव होते हैं और आपका दिमाग बेहतर तरीके से बिना उलझन के चीजों को समझ पाता है. अगर आप फैसले नहीं ले पाते हैं तो इस समय सोकर उठने से आपको फायदा हो सकता है.