नई दिल्ली:- जर्मन कार निर्माता कंपनी Volkswagen Group के भारतीय डिविजन – Skoda Auto Volkswagen India – ने अपने चाकन प्लांट में 5 लाख मेड-इन-इंडिया इंजन का उत्पादन करके एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. कंपनी द्वारा उत्पादित ये इंजन Volkswagen Virtus और Taigun जैसी लोकप्रिय कारों में इस्तेमाल किया जाता है.
इनके साथ ही इन इंजनों का इस्तेमाल Skoda की Slavia सेडान, Skoda Kushaq कॉम्पैक्ट एसयूवी और हाल ही में लॉन्च की गई Skoda Kylaq सबकॉम्पैक्ट एसयूवी में भी किया जाता है. कंपनी के चाकन प्लांट में Skoda और Volkswagen के स्थानीय रूप से उत्पादित मॉडलों का उत्पादन किया जाता है. कंपनी इन मॉडलों को India 2.0 रणनीति के हिस्से के रूप में विकसित कर रही है.
Volkswagen के इंजन विकल्प
इंजनों की बात करें तो Volkswagen Taigun, Virtus, Skoda Kushaq और Skoda Slavia को दो इंजन विकल्पों के साथ बाजार में बेचा जाता है, जिसमें पहला 1.0-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन और दूसरा 1.5-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन शामिल हैं. जहां पहला 1.0-लीटर TSI इंजन 113 bhp पावर और 178 Nm का टॉर्क प्रदान करता है, और इसे 6-स्पीड मैनुअल या 6-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ जोड़ा गया है.
वहीं दूसरा, 1.5-लीटर TSI इंजन 148 bhp की पावर और 250 Nm का टॉर्क प्रदान करता है, जिसमें 6-स्पीड मैनुअल या 7-स्पीड DSG ट्रांसमिशन का विकल्प दिया गया है. जुलाई 2024 में, ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ARAI) ने Skoda Kushaq और Slavia में इस्तेमाल किए गए 1.0-लीटर TSI इंजन को E20 ईंधन (20 प्रतिशत इथेनॉल और पेट्रोल का मिश्रण) के अनुरूप प्रमाणित किया.
Skoda Auto Volkswagen India ने इस बात की पुष्टि की है कि चाकन प्लांट में उत्पादित सभी 1.0-लीटर TSI इंजन जल्द ही इस E20 अनुपालन को इंटीग्रेट करेंगे. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि Skoda Auto ने हाल ही में नई सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी Skoda Kylaq को भारत में लॉन्च किय़ा है. इस का को सिर्फ एक इंजन व्कल्प 1.0-लीटर, TSI इंजन इस्तेमाल किया गया है.