बालोद:- छत्तीसगढ़ के बालोद जिले से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 930 के निर्माण के बाद से बीटाल गांव में आफत आन पड़ी है.
बारिश में पूरा गांव बन जाता है तालाब: बीटाल ग्राम पंचायत में नेशनल हाइवे निर्माण के दौरान नाली का निर्माण सड़क किनारे नहीं हुआ. जिससे बारिश आते ही ये गांव पूरी तरह तालाब में बदल जाता है.ग्रामीण बताते हैं कि बारिश के दिनों में घरों के अंदर कमर तक पानी घुस जाता है. ग्रामीण पिछले 3 साल से ग्रामीण सरकार से इसके लिए गुहार लगा रहे हैं लेकिन उनकी परेशानी दूर नहीं हुई.
सुशासन तिहार के कारण नहीं मिला कोई अधिकारी: मंगलवार को एक बार फिर बीटाल गांव के ग्रामीण अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. लेकिन सुशासन तिहार के चलते कोई भी अधिकारी उन्हें नहीं मिला. ग्रामीणों का कहना है कि मानसून आने में कुछ ही दिन बचे हैं. ऐसे में उन्हें बारिश के दिनों में जीवन यापन का संकट सताने लगा है.
हमारे ग्राम पंचायत में नाली की समस्या है. बारिश के दिनों में घर में पानी घुस जाता है. बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं. शासन प्रशासन से गुहार है कि गांव में जल्द ही नाली बनाए. – पवन बाई, सरपंच
बारिश में बहुत परेशानी होती है. गांव से पानी निकालने में पूरी रात गुजर जाती है. साल 2022 से लगभग 15 आवेदन दे चुके हैं. बारिश के दिनों में हो रही परेशानी का वीडियो बनाकर प्रशासन को दिखा रहे हैं. हम चाहते हैं कि जल्द नाली बन जाए. -अश्वन साहू, ग्रामीण
सड़क ऊपर गांव हो गया नीचे: आपको बता दें कि नेशनल हाइवे निर्माण होने के बाद से गांव की गहराई काफी बढ़ गई है. जब सड़क बन रही था तो गांव वालों से नाली बनाने का वादा किया गया था, लेकिन अब तक नाली नहीं बन पाया है. जिससे बारिश के लगभग चार महीने गांव वाले काफी मुसीबत में फंस जाते हैं.