नई दिल्ली:– निर्जला एकादशी का व्रत हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर रखा जाता है, जो इस बार 6 जून 2025 को है। ज्योतिषयों के अनुसार, निर्जला एकादशी को साल की सबसे बड़ी एकादशी के रूप में माना जाता है।
चूंकि यह व्रत ज्येष्ठ माह में रखा जाता है, इसलिए इसे और भी कठिन माना गया है। इस दिन पूजा-पाठ व व्रत रखने पर साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके अलावा, सालभर की एकादशियों के समान फल प्राप्त होता है।
आपको बता दें ज्येष्ठ महीना भीषण गर्मी के लिए जाना जाता है। इस माह लगातार गर्मी का तापमान बढ़ने से लोगों के शरीर में पानी की कमी सहित कई अन्य समस्याएं होने लगती हैं। लेकिन फिर भी भक्तजन प्रभु की कृपा प्राप्ति के लिए निर्जला एकादशी का उपवास रखते हैं जिसके प्रभाव से उनके जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आते हैं।
वहीं इस दिन कुछ खास चीजों का दान करना और भी शुभ होता है। इससे साधक की सभी परेशानियां दूर और उसे मोक्ष मिलता है। आइए जानते हैं निर्जला एकादशी के दिन किन चीजों का दान करना होता है शुभ।
निर्जला एकादशी के दिन किन चीजों का दान करना होता है शुभ :
फलों का दान
शास्त्रों के अनुसार, निर्जला एकादशी के दिन फलों का दान करना चाहिए। यह बहुत शुभ होता है और इसके प्रभाव से जातक के सभी रुके काम बनने लगते हैं।
अनाज का दान
इस दिन आप अनाज का दान भी कर सकते हैं। इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। इसके अलावा साधक के सुख-सौभाग्य में वृद्धि भी होती है।
वस्त्र का दान
निर्जला एकादशी के दिन वस्त्र का दान सबसे बड़ा दान माना जाता हैं। जीवन में वस्त्र का दान सबसे बड़ा दान होता है। इसलिए निर्जला एकादशी पर आप क्षमतानुसार वस्त्रों का दान कर सकते हैं। यह भाग्य में वृद्धि और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है।
पंखा, खरबूजा, गुड़ का दान
निर्जला एकादशी का व्रत ज्येष्ठ माह में रखा जाता है, जो भीषण गर्मी के लिए जाना जाता है। ऐसे में पंखा, खरबूजा, गुड़, बिस्तर और छाता दान कर सकते हैं।
मिट्टी के कलश का दान
ज्योतिष बताते हैं कि, निर्जला एकादशी साल की सबसे बड़ी एकादशी है। इस दिन पानी ग्रहण करना मना होता है। परंतु इस तिथि पर जल दान करना अत्यंत ही शुभ माना गया है। आप इस दिन एक मिट्टी के साफ कलश में जल भरकर उसका दान करें।