नई दिल्ली:– पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार को घाना की अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा पर पहुंचे। यह दो दिनों तक चलने वाली यात्रा है। उनका अकरा स्थित कोटोका अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत किया गया, जहां परंपरागत 21 तोपों की सलामी दी गई। इस अवसर पर, घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा ने प्रधानमंत्री मोदी को देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से नवाजा। यह पश्चिम अफ्रीकी देश में भारतीय प्रधानमंत्री की यह महत्वपूर्ण यात्रा है।
पीएम मोदी ने घाना के राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “घाना का यह राष्ट्रीय सम्मान पाकर मुझे गहरा गर्व और अपार सम्मान का अनुभव हो रहा है। इस विशेष मौके पर मैं घाना के राष्ट्रपति महामा के साथ सरकार और जनता के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। यह सम्मान मैं पूरे 140 करोड़ भारतीयों की ओर से सम्मानपूर्वक स्वीकार करता हूं। मैं यह सम्मान भारत के युवाओं की उम्मीदों, उनके उज्ज्वल भविष्य, हमारी सांस्कृतिक विविधता और परंपराओं, तथा भारत-घाना के ऐतिहासिक रिश्तों को समर्पित करता हूं।”
भावपूर्ण स्वागत के लिए आभार
पीएम मोदी ने घाना में मिले भावपूर्ण स्वागत के लिए आभार जताते हुए कहा कि राष्ट्रपति का व्यक्तिगत रूप से हवाई अड्डे पर आना उनके लिए एक विशेष सम्मान की बात है। संयुक्त बयान देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत और घाना की दोस्ती हमारे साझा मूल्यों, संघर्षों और समावेशी भविष्य के सपनों पर आधारित है, जिसने अन्य राष्ट्रों को भी प्रेरित किया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने घाना को पश्चिम अफ्रीका का एक सशक्त लोकतंत्र और “आशा की किरण” बताया। इस ऐतिहासिक दौरे के दौरान भारत और घाना के बीच कई अहम समझौते और सहयोग के नए रास्ते तय किए गए।
छात्रवृत्तियों की संख्या दोगुनी की जाएगी
पीएम मोदी ने घोषणा करते हुए कहा कि घाना के लिए ICCR और ITEC छात्रवृत्तियों की संख्या दोगुनी की जाएगी। इसके अलावा युवाओं को व्यावसायिक शिक्षा देने के उद्देश्य से एक स्किल डेवलपमेंट सेंटर स्थापित किया जाएगा। कृषि क्षेत्र में घाना के राष्ट्रपति महामा के “Feed Ghana” कार्यक्रम में सहयोग देने की बात कही गई।
वैक्सीन निर्माण में सहयोग
इसके अलावा, पीएम मोदी ने जन औषधि केंद्रों के जरिए घाना की जनता को किफायती और भरोसेमंद स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा। वैक्सीन निर्माण में सहयोग पर भी बातचीत हुई। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में घाना के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने आतंकवाद निरोधक सहयोग को और गहराने का संकल्प लिया है। साथ ही, संयुक्त राष्ट्र में सुधारों को लेकर दोनों देशों के नजरिए में समानता है।
कुछ अहम ऐलान
- सांस्कृतिक सहयोग पर समझौता:
भारत और घाना के बीच कला, संगीत, नृत्य, साहित्य और सांस्कृतिक विरासत के क्षेत्रों में आपसी समझ और साझेदारी को बढ़ाने के लिए एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। - मानकीकरण एवं प्रमाणन पर सहयोग:
भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) और घाना स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी (GSA) ने गुणवत्ता मानकों और प्रमाणन प्रक्रियाओं में परस्पर सहयोग के लिए एक समझौता किया। - पारंपरिक चिकित्सा में साझेदारी:
भारत की इंडियन ट्रेडिशनल मेडिसिन रेगुलेटरी अथॉरिटी (ITRA) और घाना की ITAM संस्था ने पारंपरिक चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए समझौता किया। - द्विपक्षीय समीक्षा एवं संवाद:
दोनों देशों ने उच्च स्तरीय राजनीतिक और आर्थिक संवाद को नियमित करने और सहयोग की समीक्षा के लिए संयुक्त आयोग की बैठक को औपचारिक रूप देने हेतु सहमति जताई।
घाना के राष्ट्रपति को भारत आने का आमंत्रण
पीएम मोदी ने घाना के राष्ट्रपति को भारत आने का आमंत्रण देते हुए कहा, “महामहिम राष्ट्रपति, आप भारत के करीबी और प्रिय मित्र हैं तथा भारत से भली-भांति परिचित हैं। मैं आपको भारत की यात्रा का निमंत्रण देता हूं और आशा करता हूं कि आप हमें आपके स्वागत का अवसर प्रदान करेंगे। एक बार फिर, मैं घाना की सरकार और वहां की जनता को उनके हृदयस्पर्शी स्वागत के लिए हार्दिक धन्यवाद देता हूं।