नई दिल्ली:– यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ यानि की चारधाम यात्रा करने वालों के लिए अच्छी ख़बर आई है. भारी बारिश और ख़राब मौसम की वजह से चारधाम की यात्रा का रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया गया था. लेकिन अब इसके लिए रजिस्ट्रेशन आज (शनिवार) से एक बार फिर से शुरू हो गई है. उत्तराखंड सरकार ने मौसम में सुधार और स्थानीय परिस्थितियों के मद्देनजर ये निर्णय लिया है ताकि हिंदू श्रद्धालु अपने पवित्र तीर्थ स्थानों की यात्रा कर सकें.
जो भी यात्री चारधाम की यात्रा करना चाहते हैं वो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी के जिलाधिकारी मौसम और स्थानीय माहौल के अनुसार यात्रियों के प्रबंधन का निर्णय लेंगे.
चारधाम यात्रा प्रबंधन और नियंत्रण संगठन की ओर से एक नोटिफिकेशन जारी कर यात्रियों से आग्रह किया गया कि वह प्रशासन की ओर से जारी किए गए सलाह का पालन करेंगे.
चारधाम यात्रा के लिए कैसे करेंगे रजिस्ट्रेशन?
चारधाम यात्रा के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया आसान है. इसके लिए आपको चारधाम यात्रा के आधिकारिक पोर्टल या उत्तराखंड पर्यटन विभाग की वेबसाइट से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. रेजिट्रेशन के लिए आपको सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पहचान पत्र मुहैया करवाना होगा.
ऑफ़लाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए श्रद्धालु रिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून जैसे स्थानों पर लगे काउंटर पर ख़ुद को रजिस्ट्रड कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन के बाद श्रद्धालाओं को एक QR आधारिक कोड दिया जाता है, जिसे आपको यात्रा के दौरान साथ रखना होता है.
चारधाम यात्रा का महत्व?
चारधाम यात्रा हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण और धार्मिक रूप से अत्यंत पवित्र यात्रा मानी जाती है. मान्यता है कि जो श्रद्धालु चारधाम की यात्रा करते हैं उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है. आत्मशुद्धि और पाप मुक्ति से मिलती है. ये यात्रा भारत की सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है.