नई दिल्ली:– भारत और चीन के संबंधों में पीएम मोदी की चीन यात्रा के बाद गर्म जोशी देखने को मिली है। ऐसे में इस बात की अटकलें लगाई जा रही थी कि क्या सरकार चीनी एप पर लगाई गई पाबंदी को भी हटा देगी। हालांकि सरकार के सूत्रों की तरफ से इस बात को साफ किया गया कि केंद्र ऐसा कुछ करने के बारे में नहीं सोच रहा है। अब केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सरकार का पक्ष आधिकारिक रूप से साफ करते हुए कहा है कि सरकार की चीनी एप टिकटॉक पर से बैन हटाने की कोई योजना नहीं है।
मनी कंट्रोल को दिए एक इंटरव्यू में केंद्रीय मंत्री ने इन अफवाहों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इस मुद्दे पर सरकार के भीतर अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है। इतना ही नहीं टिकटॉक की मूल कंपनी बाइट डांस के भारत में वापसी की अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि हमें अभी तक किसी भी ओर से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है
दरअसल, चीनी एप टिकटॉक के वापस आने की अटकलें हवा में शुरू नहीं हुई है। अमेरिका के साथ भारत के तनाव पूर्ण संबंध चीन के तिनजियान में पीएम मोदी का पहुंचना और शी जिनपिंग के साथ बातचीत करना इससे भारत और चीन के रिश्तों में एक बार फिर से गर्मजोशी की शुरुआत माना जा रहा था। इसी बीच पिछले महीने भारत में इंटरनेट पर किसी ग्लिच के कारण टिकटॉक की वेबसाइट एक बार फिर से दिखाई देने लगी। इसके बाद अटकलों ने जोर पकड़ लिया कि क्या सरकार ने इसे वापस लाने की योजना बना ली है। हालांकि अब केंद्र सरकार और अधिकारियों की तरफ से इस मुद्दे को साफ कर दिया गया है कि ऐसी कोई योजना नहीं है।
आपको बता दें भारत में जून 2020 में चीन के साथ तनाव पूर्ण प्रतिबंधों के चलते चीन के 59 एप पर बैन लगा दिया था। सरकार का आरोप था कि यह एप राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं। भारत सरकार के बैन के बाद गूगल, एप्पल समेत अन्य प्ले स्टोर ने भी भारत में इसे अपने प्लेटफार्म से हटा दिया था। जनवरी 2021 में सरकार ने इस प्रतिबंध को स्थाई कर दिया था। जिस समय टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाया गया उस वक्त उसका सबसे बड़ा यूजर बेस भारत ही था। उस समय पर टिकटॉक पर करीब 20 करोड़ भारतीय लोग थे।