नई दिल्ली:– अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक तरफ तो भारत के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहे हैं तो दूसरी ओर यूरोपीय यूनियन से भारत पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की अपील कर रहे हैं। ट्रंप ने चीन पर भी 100 फीसदी टैरिफ लगाने की अपील की है।
फाइनेंशियल टाइम्स रिपोर्ट में अज्ञात अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि राष्ट्रपति ने यह असाधारण मांग मंगलवार को वॉशिंगटन में अमेरिका और यूरोपीय संघ के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच एक बैठक में शामिल होने के बाद की, जिसमें मॉस्को के लिए युद्ध की आर्थिक लागत को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की गई।
काम नहीं आ रहा ट्रंप के पैंतरा
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति भारत पर रूसी तेल न खरीदने के लिए दवाब बनाने के लिए हर पैंतरा अपना रहे हैं। पहले ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया और अब वो यूरोपीय यूनियन से भारत पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की अपील कर रहे हैं। ट्रंप का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब कुछ ही घंटों पहले उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता को आगे बढ़ाने की बात की थी।
मोदी-चिनफिंग-पुतिन की मुलाकात से बेचैन ट्रंप
बता दें कि एससीओ समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की बेचेनी बढ़ गई है। ट्रंप भारत पर रूसी तेल न खरीदने को लेकर लगातार दवाब बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वो सफल नहीं हो पा रहे हैं।
रूस से तेल खरीदता है भारत
फरवरी 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण के बाद पश्चिमी देशों द्वारा मॉस्को पर प्रतिबंध लगाने और उसकी आपूर्ति बंद करने के बाद, भारत ने छूट पर बेचे जाने वाले रूसी तेल की खरीदारी शुरू कर दी। जिसके परिणामस्वरूप, 2019-20 में कुल तेल आयात में रूस की हिस्सेदारी मात्र 1.7 प्रतिशत से बढ़कर 2024-25 में 35.1 प्रतिशत हो गई और अब यह भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता है।
एफटी की रिपोर्ट यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए ट्रम्प द्वारा नए सिरे से किए जा रहे प्रयासों के बीच आई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने संघर्ष को समाप्त करने के तरीकों पर विचार करने के लिए पिछले महीने अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात की थी।