नई दिल्ली:– पितृपक्ष 2025 की शुरुआत हो चुकी है। हिंदू धर्म में श्राद्ध 2025 का बेहद खास महत्व माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इन 15 दिनों में पितर धरती पर अपने वंशजों को आशीर्वाद देने आते हैं। अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए लोग उनका श्राद्ध, तर्पण आदि करते हैं। हिंदू धर्म में पितृपक्ष को लेकर कुछ खास नियम बताए गए हैं। जिनमें से एक, इन 15 दिनों में कुछ खास चीजों की खरीदारी करना वर्जित माना गया है। अगर आप सोच रहे हैं कि इस नियम के पीछे सिर्फ धार्मिक कारण वजह है तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। आइए जानते हैं आखिर क्यों पितृपक्ष में नया सामान खरीदने या नया काम शुरू करने को अशुभ माना जाता है। आखिर क्या हैं इसके पीछे छिपे धार्मिक और व्यवहारिक कारण ।
पितृपक्ष में क्यों नहीं खरीदनी चाहिए नई चीजें
पितृपक्ष के 15 दिन पितरों को समर्पित माने गए हैं। यह समय भोग-विलास या नए कार्यों के लिए नहीं बल्कि पितरों के प्रति कृतज्ञता, तर्पण और दान के लिए होता है। माना जाता है कि इस दौरान किए गए नए कार्यों का फल पितरों को समर्पित हो जाता है। इस अवधि में वातावरण में श्राद्ध संस्कार, तर्पण और प्रेतात्माओं की स्मृति से जुड़ी ऊर्जा मानी जाती है। लोक मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि पितृपक्ष में खरीदे गए वस्त्र, आभूषण, भूमि या गृह निर्माण कार्य का फल स्थायी नहीं होता, या कार्य में बाधा आती है। पितृपक्ष में हर कार्य पितरों की तृप्ति के लिए माना जाता है इसलिए इस समय भोग-विलास, उत्सव और नये आरंभ से जुड़े कार्य वर्जित कहे गए हैं। हालांकि, दैनिक जीवन की आवश्यकताओं को देखते हुए कुछ वस्तुएं खरीदी जा सकती हैं।
पितृपक्ष में नहीं खरीदनी चाहिए ये 5 चीजें
नए कपड़े
पितृ पक्ष में नए वस्त्र, खासकर रंग-बिरंगे या फैशनेबल कपड़े खरीदने से बचें। यह समय सादगी और पितरों के श्रद्धा के लिए होता है।
गहने और आभूषण
सोना, चांदी, हीरे या अन्य कीमती आभूषणों की खरीदारी इस दौरान वर्जित मानी गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह सभी चीजें शुभ मानी गई है और पितृ पक्ष शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त समय नहीं माना जाता है।
नया वाहन
कार, बाइक या अन्य वाहनों की खरीदारी पितृ पक्ष में नहीं करनी चाहिए। यह शुभ कार्यों के लिए अनुचित समय है।
लग्जरी से जुड़ी वस्तुएं
महंगे गैजेट्स, सजावटी सामान या ऐसी चीजें जो लग्जरी दर्शाती हों, इस दौरान नहीं खरीदनी चाहिए।
नया घर या जमीन
पितृ पक्ष के दौरान नई प्रॉपर्टी, मकान या जमीन की खरीदारी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह समय शुभ कार्यों के लिए अनुपयुक्त माना गया है।