मध्यप्रदेश:– एसिड रिफ्लक्स एक आम लेकिन परेशान करने वाली समस्या है, जिसमें पेट का अम्ल एसिड भोजननली की ओर वापस आता है. इससे गले में जलन, मुंह में खट्टापन और कई अन्य लक्षण महसूस होते हैं. यदि यह समस्या बार-बार हो, तो इसे गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज कहा जाता है, जो गंभीर हो सकती है. आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से.
एसिड रिफ्लक्स क्या होता है?
जब हम खाना खाते हैं, तो वह पेट तक पहुंचता है और निचले इसोफेगल स्फिंक्टर नामक मांसपेशी बंद हो जाती है, ताकि पेट का अम्ल वापस न आए. लेकिन जब यह मांसपेशी कमजोर हो जाती है या सही से काम नहीं करती, तो पेट का एसिड और अधपचा खाना वापस गले या मुंह तक आ सकता है.
एसिड रिफ्लक्स के लक्षण
सीने में जलन
खट्टा डकार आना या मुंह में खट्टापन
गले में खराश या दर्द
भोजन निगलने में परेशानी
उल्टी जैसा महसूस होना
पेट में सूजन या गैस
लगातार खांसी या आवाज बैठना
अगर यह समस्या लगातार बनी रहे तो खतरे
भोजननली में सूजन
इसोफेगस में घाव या अल्सर
स्ट्रिक्चर खाने की नली का सिकुड़ जाना
बैरेट्स इसोफेगस– कैंसर का खतरा बढ़ सकता है
एसिड रिफ्लक्स से
बचाव के उपाय
भोजन संबंधी बदलाव
तीखा, तला हुआ और फैट वाला खाना कम करें.
कैफीन, चॉकलेट, सोडा और सिट्रस फलों से परहेज करें.
कम मात्रा में और बार-बार भोजन करें
खाना खाने के तुरंत बाद न लेटें कम से कम 2-3 घंटे बाद ही लेटें.
जीवनशैली में सुधार
वजन को नियंत्रित रखें.
धूम्रपान और शराब से बचें.
सिर ऊंचा करके सोएं का सिरा 6-8 इंच ऊंचा करें.
तंग कपड़े पहनने से बचें खासतौर पर पेट के पास
घरेलू उपाय
सौंफ या अजवाइन का सेवन.
ठंडा दूध पीना.
नारियल पानी.