नई दिल्ली:– हर साल आश्विन माह में शारदीय नवरात्रि के त्योहार को उत्साह के साथ के मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, मां दुर्गा की पूजा-अर्चना और व्रत करने से साधक को जीवन में सभी सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा 22 सितंबर को रात 01 बजकर 23 मिनट से शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 23 सितंबर को रात 02 बजकर 55 मिनट पर होगा। ऐसे में 22 सितंबर से शारदीय नवरात्र शुरू होंगे।
शारदीय नवरात्रि में घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 09 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 06 मिनट तक है।
अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 49 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 38 मिनट तक है। इन दोनों ही मुहूर्त में घटस्थापना कर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
घटस्थापना के नियम
शारदीय नवरात्रि के पहले दिन सुबह स्नान करने के बाद विधिपूर्वक कलश की स्थापना करें और मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना करें। व्रत का संकल्प लें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, घटस्थापना करने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है और साधक पर मां दुर्गा की कृपा बनी रहती है। ध्यान रखें कि घटस्थापना के लिए तांबे, चांदी या फिर मिट्टी के बर्तन का प्रयोग करना चाहिए। घटस्थापना करने के बाद मंदिर में श्रद्धा अनुसार दान करना चाहिए।
घटस्थापना के दौरान न करें ये गलतियां
घटस्थापना करते समय के किसी के बारे में गलत न सोचें।
किसी से वाद-विवाद न करें।
भूलकर भी काले रंग के कपड़ें न पहनें।
घर और मंदिर की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।