मध्यप्रदेश:– दांतों का इंफेक्शन सिर और कान दर्द का कारण बन सकता है, और यह समस्या अक्सर नजरअंदाज कर दी जाती है क्योंकि लोग इसे अलग-अलग बीमारियों से जोड़कर देखते हैं. लेकिन हकीकत यह है कि दांतों की समस्या शरीर के दूसरे हिस्सों को भी प्रभावित कर सकती है, खासकर सिर, कान और जबड़े को.
आइए विस्तार से जानते हैं कि दांतों के इंफेक्शन से सिर और कान दर्द कैसे हो सकता है, और इसे किस तरह से समझा और इलाज किया जा सकता है.
दांत में दर्द और उसके लक्षण
1- हल्की झनझनाहट
2- ठंडा या गर्म लगने पर तेज दर्द
3- चबाते समय दर्द
4- लगातार धड़कन जैसा दर्द
5- सूजन के साथ दर्द
दांतों के इंफेक्शन से सिर और कान दर्द क्यों होता है?
नसों का कनेक्शन: हमारे चेहरे, दांत, सिर और कान में त्रिगेमिनल नर्व फैली होती है. जब दांत में इंफेक्शन या सड़न होती है, तो यह नसों को प्रभावित करती है और दर्द सिर या कान तक फैल सकता है.
साइनस इंफेक्शन और दांत का दर्द: ऊपरी जबड़े के पीछे के दांत साइनस कैविटी के पास होते हैं. अगर इनमें इंफेक्शन हो जाए तो यह साइनस को प्रभावित करता है और साइनस हैडेक या आंखों के पीछे दर्द हो सकता है
डिसऑर्डर: जबड़ा और कान के पास स्थित यह जोड़ अगर दांतों की गड़बड़ी के कारण प्रभावित हो जाए, तो इससे कान में दर्द और सिरदर्द हो सकता है.
दांत में पस: अगर दांत में गंभीर इंफेक्शन हो और उसमें पस बन गया हो, तो यह आसपास की मांसपेशियों, हड्डियों और नसों को भी प्रभावित करता है. यह स्थिति फेसियल स्वेलिंग, तेज़ सिरदर्द और कान में दबाव का कारण बन सकती है.
क्या करें अगर दांत के दर्द से सिर या कान दर्द हो रहा है?
घरेलू उपाय (तत्काल राहत के लिए)
1- गुनगुने नमक के पानी से कुल्ला करें
2- बर्फ की सिकाई करें (सूजन हो तो)
3- क्लोव ऑयल (लौंग का तेल) लगाएं
4- ओवर-द-काउंटर पेन किलर (जैसे पैरासिटामोल)
क्या न करें: दर्द को नजरअंदाज न करें. लगातार पेनकिलर लेकर दर्द को दबाना सही नहीं है.
डेंटिस्ट से कब मिलें?
1- दर्द 2 दिन से ज्यादा रहे
2- सूजन हो जाए
3- बुखार आने लगे
4- चबाना मुश्किल हो जाए
5- सिर और कान में लगातार दर्द हो
इलाज के विकल्प
1- डेंटल क्लीनिंग या फिलिंग (अगर कैविटी है)
2- रूट कनाल ट्रीटमेंट (गंभीर संक्रमण में)
3- एंटीबायोटिक्स (पस या सूजन के लिए)
4- टीथ एक्सट्रैक्शन (अगर दांत को बचाना संभव न हो)