भोपाल:– मौजूदा समय में शेयर बाजार में आईपीओ का बूम चल रहा है. हाल ही में कई कंपनियों के आईपीओ मार्केट में लॉन्च हुए हैं, जिन्हें निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पांस मिला है. इसका ताजा उदाहरण अर्बन कंपनी है. जिसे ना सिर्फ प्राइमरी मार्केट में जबरदस्त रिस्पांस मिला बल्कि सेकंडरी मार्केट में करीब 57 फीसदी के प्रीमियम के साथ शेयर बाजार में लिस्ट हुआ है. अब एक और कंपनी शेयर बाजार में डेब्यू करने का मन बना रही है. ऑनलाइन मटन चिकन फिश बेचने कंपनी कंंपनी का आईपीओ जल्द ही लॉन्च होने जा रहा है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर ये कंपनी कौन सी है और कंपनी के आईपीओ का साइज कितना बड़ा है.
30 सितंबर को आएगा कंपनी का आईपीओ
ऑनलाइन मीट यानी चिकन, मटन, फिश आदि बेचने वाली जैपफ्रेश ब्रांड नाम से ऑरेटिड डीएसएम फ्रेश फूड अगले सप्ताह शुक्रवार, 26 सितंबर को अपना आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है. यह इश्यू मंगलवार, 30 सितंबर तक बोली के लिए खुला रहेगा. एसएमई आईपीओ की कीमत 96 रुपए से 101 रुपए प्रति शेयर के बीच है, जिससे आपर लिमिट के लेवल पर 59.65 करोड़ जुटाने का लक्ष्य है. यह पूरी तरह से फ्रेश इश्यू होगा. कंपनी 0.59 करोड़ इक्विटी शेयरों की बेचने की तैयारी कर रही है. इसमें ओएफएस की हिस्सेदारी नहीं है. जिसका अर्थ है कि आईपीओ से प्राप्त राशि कंपनी के पास जाएगी.
इतने शेयरों में करना होगा निवेश
निवेशक डीएसएम फ्रेश फूड के आईपीओ के लिए 1,200 शेयरों के लॉट में आवेदन कर सकते हैं, जबकि रिटेल निवेशकों को कम से कम दो लॉट के लिए आवेदन करना होगा, और उसके बाद 1,200 शेयरों के मल्टीपल में आवेदन करना होगा. कंपनी आईपीओ से जुटाई गई धनराशि का उपयोग कंपनी की एक्सपेंशन योजनाओं में खर्च किया जाएगा. जिसमें 25 करोड़ को वर्किंग कैपिटल जरूरतों, 15 करोड़ रुपए मार्केटिंग में, 11 करोड़ रुपए कैपेक्स और अधिग्रहणों और 3 करोड़ रुपए दूसरे कार्यों में खर्च किए जाएंगे. नारनोलिया फाइनेंशियल सर्विसेज को आईपीओ का बुक-रनिंग लीड मैनेजर बीआरएलएम है.
इस तरह से काम करती है कंपनी
2015 में खड़ी हुई डीएसएम फ्रेश फ़ूड, ज़ैपफ़्रेश ब्रांड नाम से ऑपरेट होती है. कंपनी फ्रेश मीट और रेडी-टू-कुक/ईट प्रोडक्ट्स के अग्रणी ओमनीचैनल रिटेलर्स ऑनलाइन B2C और ऑफलाइन में से एक है. कंपनी का मुख्यालय गुरुग्राम में है. इसकी वेबसाइट और मोबाइल एप्लिकेशन, ज़ैपफ़्रेश, मटन, पोल्ट्री और सी फूड के प्रीमियम कट्स सहित, सुविधाजनक रेडी-टू-कुक और रेडी-टू-ईट ऑप्शन प्रोवाइड कराती है. एक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, भारत का मांस, पोल्ट्री और सीफूड सेक्टर एक संरचनात्मक परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है, जिसकी वैल्यू 2024 में 55.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर होगी और 2033 तक लगभग दोगुना होने का अनुमान है।