नई दिल्ली:– सोशल मीडिया पर अश्लीलता का नया चेहरा अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बन गया है। इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर ऐसे वीडियो तेजी से फैल रहे हैं जिनमें रिपोर्टर, टीचर, पॉडकास्टर और यहां तक कि बच्चों के AI वर्जन को सेक्सुअल एक्ट्स और गंदे मज़ाक में दिखाया जा रहा है।
कुछ ही महीनों में ये अकाउंट्स लाखों फॉलोअर्स और करोड़ों व्यूज कमा रहे हैं। कंटेंट क्रिएटर्स अब AI का इस्तेमाल कर हाइपर-रियलिस्टिक अश्लील वीडियो बनाकर सोशल मीडिया एंगेजमेंट और मोटी कमाई कर रहे हैं।
वायरल हो रहे वीडियो
बिकिनी पहने रिपोर्टर, छोटे कपड़े वाली पॉडकास्टर, और टीचर के अश्लील वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं।
इनमें बच्चों और नाबालिगों के AI वर्जन को भी अश्लील सामग्री में दिखाया जा रहा है।
ऑडियंस बढ़ाने के लिए कुछ क्रिएटर्स ऐसे वीडियो पब्लिक प्लेस पर भी दिखा रहे हैं।
AI से कमाई का नया तरीका
अकाउंट्स प्रीमियम सब्सक्रिप्शन बेचते हैं, वीडियो कॉल पर टिप्स देते हैं और कोर्स भी बेचते हैं कि AI वीडियो कैसे बनाएं।
उदाहरण: Kaka Sharma नामक अकाउंट 499 रुपये में 15 मिनट की वीडियो कॉल ऑफर करता है।
Z Wali Didi जेनरेटिव AI से पैसे कमाने का कोर्स बेचती हैं।
असली दुनिया पर खतरा
रिसर्चर्स का कहना है कि ऐसे वीडियो बच्चों और युवाओं के व्यवहार और मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकते हैं।
ये सेक्स को लेकर गलत और डिस्टॉर्टेड धारणा बना सकते हैं।
रिस्की सेक्सुअल बिहेवियर, एंग्जायटी, डिप्रेशन और रिश्तों में गलत रवैया बढ़ सकता है।
कानून और रेगुलेशन
2024 में 18 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को अश्लील कंटेंट के लिए बैन किया गया था।
IT एक्ट, IPC और Indecent Representation of Women Act के तहत कार्रवाई होती है।
भारत में AI से बने अश्लील कंटेंट को रेगुलेट करने वाला अलग कानून अभी नहीं है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि डीपफेक कंटेंट रेगुलेट करने के लिए नया कानून लाने पर विचार चल रहा है।
प्लेटफॉर्म्स की जिम्मेदारी
Meta और यूट्यूब ने अश्लील कंटेंट पर रोक लगा रखी है।
लेकिन नियम लागू करना मुश्किल है, यही वजह है कि AI से बने अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर बाढ़ की तरह फैल रहे हैं।