भोपाल:– बता दें कि पिछले कुछ महीनों से कई परिवार भुगतान का इंतजार कर रहे थे। सरकार ने इस देरी को दूर करने के लिए सभी जिलों में एक विशेष जांच अभियान चलाया। अधिकारियों ने उन बालिकाओं की लिस्ट बनाई जिनकी आवेदन प्रक्रिया अधूरी थी, जिन्होंने स्कूल बदल लिया था या पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी। अब तमाम अटके मामलों को निपटा कर भुगतान की तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं।
योजना की शुरुआत और लाभ
लाडली योजना की शुरुआत दिल्ली में जनवरी 2008 में की गई थी। इसका मकसद बेटियों के जन्म को प्रोत्साहन देना और उन्हें पढ़ाई के हर पड़ाव पर आर्थिक सहारा देना है। योजना के तहत संस्थान में जन्म होने पर 11,000 रुपये, और घर पर जन्म होने पर 10,000 रुपये की राशि दी जाती है। इसके बाद कक्षा 1, 6, 9 और 10 में दाखिला लेने पर 5,000 रुपये का भुगतान किया जाता है।
कब मिलेगा पैसा?
यह राशि सीधे हाथ में नहीं मिलती. इसे SBI लाइफ इंश्योरेंस में टर्म डिपॉजिट के रूप में जमा किया जाता है. बालिका के 18 साल पूरे करने या 10वीं की पढ़ाई पूरी करने पर परिवार यह रकम ब्याज सहित निकाल सकता है। इसका उपयोग बच्ची की उच्च शिक्षा, स्किल ट्रेनिंग या छोटे उद्यम शुरू करने में किया जा सकता है।
देश में और कहां चल रही है लाडली बहन योजना?
भारत के अलग-अलग राज्यों में लाडली योजनाएं बेटियों के जन्म और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई हैं। हर राज्य ने इसे अपनी जरूरत और नीति के अनुसार अलग समय पर लागू किया। जैसे –
दिल्ली लाडली योजना – दिल्ली सरकार ने यह योजना 1 जनवरी 2008 से शुरू की है। इसका मकसद जन्म से लेकर पढ़ाई तक बेटियों को आर्थिक सहयोग देना है।
लाडली लक्ष्मी योजना– मध्य प्रदेश में यह योजना 2007 में लागू हुई थी। यहां बच्चियों की शिक्षा और भविष्य की सुरक्षा पर ज़ोर दिया गया है।
लाडली लक्ष्मी योजना– गोवा सरकार ने 6 जुलाई 2012 को यह योजना शुरू की थी। इसके तहत बेटियों को शादी और शिक्षा के लिए आर्थिक मदद दी जाती है।
मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना
यह योजना 28 जनवरी 2023 को लागू करने की घोषणा की गई थी। इसके जरिये महिलाओं और बेटियों को सीधे वित्तीय सहायता दी जाती है।
