मध्यप्रदेश:– धनतेरस का पर्व इस बार 18 अक्टूबर, शनिवार को मनाया जाएगा. दीपावली पर्व की शुरुआत इसी दिन होती है और यह दिन धन एवं समृद्धि के देवता कुबेर को समर्पित होता है. देशभर में इस अवसर पर भक्त उन मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचते हैं, जहां कुबेर देव की विशेष आराधना होती है. धनतेरस के दिन इन छह स्थलों पर दीपदान, कुबेर यंत्र की पूजा और धन-संपदा मंत्र का जाप करने से आर्थिक उन्नति और पारिवारिक समृद्धि की प्राप्ति होती है.
धनतेरस पर करें ये कुबेर मंदिरों के दर्शन
- कुबेरेश्वर महादेव मंदिर, उज्जैन मध्यप्रदेश: महाकाल की नगरी में स्थित यह मंदिर कुबेर शिव के रूप में प्रसिद्ध है. धनतेरस पर कुबेर पूजन और धन-संपदा आरती का आयोजन होता है. उज्जैन स्टेशन से 8 किमी दूर स्थित यह मंदिर स्थानीय टैक्सी या ऑटो से पहुंचा जा सकता है.
- कुबेर मंदिर, वाराणसी उत्तरप्रदेश: काशी विश्वनाथ धाम से सटे लक्सा क्षेत्र में यह मंदिर धनतेरस के दिन विशेष रूप से सजाया जाता है. यहां कुबेर तिलक लगाने की परंपरा प्रचलित है.
- कुबेर भैरव मंदिर, कांचीपुरम तमिलनाडु: दक्षिण भारत में यह मंदिर कुबेर भैरव रूप में पूजित है. धनतेरस पर भक्त यहां स्वर्ण दीपदान करते हैं.
- श्री कुबेरेश्वर स्वामी मंदिर, नासिक महाराष्ट्र: गोदावरी तट पर स्थित यह मंदिर धन प्राप्ति के लिए प्रसिद्ध है. यहां कुबेर मंत्र जाप और अन्नदान का आयोजन होता है.
- कुबेरेश्वर महादेव मंदिर, बड़ौदा गुजरात – वडोदरा के कोट्या गांव के पास स्थित यह मंदिर कुबेर और शिव दोनों की संयुक्त पूजा के लिए विख्यात है. धनतेरस पर यहां कुबेर लक्ष्मी यज्ञ किया जाता है. वडोदरा रेलवे स्टेशन से 20 किमी दूरी पर स्थित यह मंदिर बस या निजी वाहन से पहुंचा जा सकता है.
- कुबेर तीर्थ, खंडवा (मध्यप्रदेश): नर्मदा किनारे स्थित इस तीर्थस्थल को कुबेर का तपस्थान माना जाता है. मान्यता है कि यहां पूजा करने से व्यापारिक बाधाएं दूर होती हैं. खंडवा शहर से करीब 12 किमी दूर स्थित यह स्थान हर धनतेरस पर श्रद्धालुओं से भर जाता है।