नई दिल्ली:– दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित सम्मानों में से एक नोबेल पुरस्कार का हफ्ता आज 6 अक्टूबर से शुरू हो गया है। फिजिक्स से लेकर लिट्रेचर तक अलग-अलग कैटेगरी में विजेताओं की घोषणा क्रमवार की जाएगी। यह सिलसिला 13 अक्टूबर तक चलेगा। शुरुआत हुई फिजियोलॉजी या मेडिसिन कैटेगरी से, जिसके विजेताओं का ऐलान कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट, वॉलेनबर्गसलेन में नोबेल असेंबली की ओर से किया गया। इसके बाद फिजिक्स, लिट्रेचर (9 अक्टूबर), शांति पुरस्कार (10 अक्टूबर) और अंत में इकोनॉमिक्स का नोबेल घोषित होगा। इस साल शांति पुरस्कार को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा है।
नोबेल पुरस्कार की स्थापना स्वीडन के वैज्ञानिक, बिजनेसमैन और आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की मृत्यु के बाद हुई। 1895 में अपनी वसीयत में उन्होंने लिखा था कि उनकी संपत्ति उन लोगों को सम्मानित करने में लगाई जाए जिन्होंने “मानव जाति के लिए सबसे बड़ा उपकार किया हो।”
पहला नोबेल पुरस्कार 1901 में दिया गया था। हालांकि प्रथम (1914–1918) और द्वितीय विश्व युद्ध (1939–1945) के दौरान कुछ वर्षों तक यह पुरस्कार नहीं दिए गए।
कितनी और कौन-कौन सी कैटेगरी होती हैं
नोबेल पुरस्कार की मुख्य पाँच कैटेगरीज हैं —
फिजिक्स
केमेस्ट्री
फिजियोलॉजी या मेडिसिन
साहित्य
शांति
बाद में 1968 में स्वीडिश सेंट्रल बैंक ने इकोनॉमिक्स में भी “अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में पुरस्कार” शुरू किया।
अल्फ्रेड नोबेल ने अपनी वसीयत में लिखा था कि शांति पुरस्कार का चयन नॉर्वे की संसद द्वारा चुनी गई पाँच सदस्यीय समिति करेगी। उनके समय में स्वीडन और नॉर्वे एक ही संघ का हिस्सा थे। इसलिए आज भी शांति पुरस्कार ओस्लो (नॉर्वे) में दिया जाता है, जबकि बाकी पुरस्कार स्टॉकहोम (स्वीडन) में।
कहां से आती है पुरस्कार राशि
नोबेल की मृत्यु के बाद उनकी संपत्ति को एक फंड में बदला गया, जिसे सुरक्षित बॉन्ड्स में निवेश किया गया। उसी निवेश से होने वाली आमदनी से आज भी पुरस्कार राशि दी जाती है।
वर्तमान में प्रत्येक नोबेल पुरस्कार की राशि 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर (लगभग 1.2 मिलियन अमेरिकी डॉलर) है।
कितने लोग हो सकते हैं नॉमिनेट
एक नोबेल पुरस्कार अधिकतम तीन व्यक्तियों के बीच साझा किया जा सकता है। खास बात यह है कि शांति पुरस्कार किसी संगठन को भी दिया जा सकता है।
कैसे चुने जाते हैं विजेता
हर कैटेगरी की समिति अलग-अलग काम करती है, लेकिन सभी का उद्देश्य एक ही होता है — “मानवता को सबसे बड़ा लाभ पहुंचाने वाले व्यक्ति या संस्था को सम्मानित करना।”
नामांकन और चयन प्रक्रिया बेहद गोपनीय होती है।
क्या है नोबेल डे
हर साल 10 दिसंबर को अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि के अवसर पर नोबेल डे मनाया जाता है। इसी दिन विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
क्या मरणोपरांत भी नोबेल दिया जाता है
नियमों के अनुसार, नोबेल पुरस्कार मरणोपरांत नहीं दिया जाता। लेकिन यदि घोषणा के बाद विजेता की मृत्यु हो जाए, तो पुरस्कार मान्य रहता है।
2011 में राल्फ स्टाइनमैन के साथ ऐसा ही हुआ था।
50 साल तक गुप्त रहता है नामांकन का राज
नोबेल फाउंडेशन के नियमों के अनुसार, नामांकन से जुड़ी जानकारी 50 वर्षों तक गुप्त रखी जाती है। इसमें न केवल नामांकित व्यक्ति, बल्कि चयनकर्ताओं और प्रक्रिया से जुड़ी सभी जानकारियाँ शामिल होती हैं।