मध्यप्रदेश:– घर के मुख्य द्वार पर तोरण लगाने की परंपरा काफी पुरानी है। अगर आप फेस्टिव सीजन में घर में आम के पत्तों का तोरण लगाने वाले हैं तो इससे जुड़े वास्तु टिप्स जरूर जान लें। नीचे विस्तार से समझिए कि आखिर तोरण में कितने आम के पत्ते लगाए जाएं
वास्तु शास्त्र में कई ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है, जिनके होने से घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है। तोरण यानी बंदनवार इन्हीं में से एक है। आमतौर पर लोग आर्टिफिशियल और डिजाइनर तोरण को घर के मुख्य दरवाजे पर लगाना पसंद करते हैं। वहीं त्योहार में आम के पत्तों का तोरण लगाना ही शुभ माना जाता है और इसकी एनर्जी काफी पॉजिटिव होती है। हिंदू धर्म में किसी मांगलिक काम और त्योहार पर आम के पत्तों का तोरण घर में लगाना शुभ होता है। वास्तु शास्त्र के हिसाब से तोरण पॉजिटिविटी लाने के साथ-साथ घर को शुद्ध भी करता है। ऐसे में घर के सभी सदस्य स्वस्थ और समृद्ध रहते हैं। अगर आप तीज त्योहार में इसे लगाने वाले हैं तो ये जान लें कि आखिर तोरण में कितनी पत्तियां होती हैं?
तोरण में कितने आम के पत्ते?
वास्तु शास्त्र के हिसाब से तोरण में लगने वाले आम के पत्तों की संख्या एक बार चेक कर लेनी चाहिए। शास्त्र के अनुसार तोरण में 5, 7, 11 और 21 आम के पत्ते लगाना शुभ होता है। बता दें कि आम के पत्तों के तोरण के कई फायदे होते हैं। सबसे पहले तो ये वायु को शुद्ध करती है। वहीं इसका हर रंग मन को सुकून देता है, जिससे टेंशन दूर होती है। ऐसे में आम के पत्तों के तोरण से मानसिक शांति मिलती है। वहीं घर की सुंदरता को बढ़ाने के साथ-साथ ये बुरी नजर से भी बचाता है।
दीवाली पर करें ये काम
दीवाली हर साल कार्तिक माह की अमावस को मनाया जाता है। इस दौरान घर में आम के पत्तों का तोरण लगाने की परंपरा है। मान्यता है कि इसे मुख्य दरवाजे पर लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। साथ ही घर की पवित्रता देखते ही बनती है। इसी के साथ तोरण को लेकर कई और नियम हैं। अगर आप हमेशा अपने मुख्य द्वार पर लगाते हैं तो समय-समय पर इसे बदल लेना सही होता है। कोशिश यही करनी चाहिए कि पत्तों के सूखते ही तोरण को हटा देना चाहिए।