रायपुर:– हिंदू धर्म में तोरण या बंदनवार लगाने की परंपरा सिर्फ सजावट के लिए नहीं होती, बल्कि इसके पीछे गहरी धार्मिक, मानसिक और वैज्ञानिक मान्यताएं होती हैं. खासतौर से तीज, दिवाली, विवाह, गृह प्रवेश आदि जैसे मांगलिक अवसरों पर मुख्य द्वार पर तोरण लगाना शुभ माना जाता है. अभी दिवाली आने वाली है और इस अवसर पर सभी अपने घरों में तोरण जरूर लगाएंगे. तो आज हम आपको यहाँ तोरण लगाने के प्रमुख फायदे बताएंगे.
- शुभता और सकारात्मक ऊर्जा का स्वागत
तोरण मुख्य द्वार पर लगाया जाता है, जो घर का प्रवेश द्वार होता है. यह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और नकारात्मक ऊर्जा को रोकता है. आम या अशोक के पत्तों से बने तोरण वातावरण को शुद्ध करने का कार्य करते हैं.
- देवी-देवताओं का स्वागत
हिंदू परंपरा में ऐसा माना जाता है कि तोरण लगाना देवी-देवताओं के स्वागत का प्रतीक होता है. इससे भगवान लक्ष्मी, गणेश आदि घर में प्रवेश करते हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है. - वास्तु दोष में सुधार
वास्तुशास्त्र के अनुसार, तोरण लगाने से मुख्य द्वार से संबंधित दोषों में सुधार होता है. यह द्वार से प्रवेश करने वाली बुरी शक्तियों या नकारात्मक ऊर्जा को रोकने में सहायक होता है.
- मन को प्रसन्नता और सौंदर्य में वृद्धि
रंग-बिरंगे तोरण या हरे पत्तों से सजा हुआ द्वार देखने में बहुत सुंदर लगता है. यह न केवल घर की शोभा बढ़ाता है बल्कि मन को भी प्रसन्न करता है, जिससे सकारात्मक मानसिक ऊर्जा उत्पन्न होती है. - पारंपरिक और सांस्कृतिक महत्व
तोरण लगाना हमारी संस्कृति और परंपरा से जुड़ाव का प्रतीक है. यह नई पीढ़ियों को हमारी जड़ों से जोड़ने में सहायक होता है और पारंपरिक रीति-रिवाजों को आगे बढ़ाने में मदद करता है।