नई दिल्ली:– देश-दुनियाभर में कई बीमारियों का जाल फैला हुआ है। यहां पर कुछ बीमारी या स्वास्थ्य समस्या का इलाज हम खुद ही खोज लेते है और जोखिम से सामना करना पड़ता है। अगर घर में कोई बीमार होता है, आसपास के लोग दवाओं के नाम बताने लगते है या कोई सा सिरप पीने से समस्या हल होने की बात कहते है। डॉक्टर की सलाह के बिना लेकिन कोई भी दवा का सेवन नहीं करना चाहिए यह सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर काफी ध्यान देने की जरूरत होती है। कफ सिरफ बच्चों को कब देनी चाहिए औऱ क्या सही उम्र होती है इसके बारे में हेल्थ विशेषज्ञ जानकारी देते है।
कफ सिरफ देने की सही उम्र क्या है
बिना डॉक्टर की सलाह कफ सिरप देना खतरनाक हो सकता है। इसे लेकर अमेरिका की FDA (Food and Drug Administration) ने अपनी जानकारी में बताया कि, दो साल से कम की उम्र तक के बच्चों को किसी प्रकार की ओवर-द-काउंटर कफ और कोल्ड दवाएं नहीं देनी चाहिए, क्योंकि इसके कई साइड इफेक्ट भी होते हैं। कफ सिरफ को लेकर सामने आ रहे मामलों को लेकर 4 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कफ सिरफ पर बैन लगाया है। इसके अलावा कम उम्र के बच्चों के स्वास्थ को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट कहते है कफ सिरफ के जगह पर बच्चों को पर्याप्त आराम देकर और गुनगुना पानी पीकर इसको ठीक कर सकते हैं।
डॉक्टर का कहना है कि बच्चों को ज्यादातर खांसी एलर्जी के कारण होती है. डॉक्टर का कहना है कि चार साल से छोटे बच्चों को खुद से कभी सिरप न दें। इस बात का ख्याल बच्चे के माता-पिता को रखना चाहिए
कफ सिरप की जगह इन विकल्पों को अपनाएं
यहां पर कफ सिरप के लिए आपको कुछ विकल्पों पर ध्यान देना जरूरी होता है। इसके लिए अगर बच्चे को खांसी की दिक्कत हो,तो पानी पीना, भाप लेना और अगर वह एक साल से बड़ा है, तो शहद देकर इसको ठीक किया जा सकता है. अगर बहुत ज्यादा दिक्कत हो, तब डॉक्टर की सलाह के साथ ही सिरप या दवा लेनी चाहिए।छोटे बच्चों में खांसी-जुकाम की समस्या होने पर घरेलू नुस्खों और डॉक्टर की देखरेख पर भरोसा करना ही सबसे सुरक्षित विकल्प है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की रिपोर्ट बताती है कि 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में कफ और सर्दी की दवाओं का उपयोग सावधानी से करना चाहिए।