भोपाल:– आज के समय में कई लोगों को त्वचा से जुड़ी समस्याएं होती हैं. ऐसे में आयुर्वेद में मौजूद पतंजलि की दिव्य डर्माग्रिट दवा फायदेमंद मानी जाती है. यह दावा पतंजलि की रिसर्च में किया गया है. रिसर्च के मुताबिक, यह दवा विशेष रूप से त्वचा संबंधी बीमारियों के लिए तैयार की गई है और इसमें आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का मिश्रण है. दिव्य डर्माग्रिट का नियमित सेवन त्वचा की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए सहारा बन सकता है. यह दवा बीमारियों के प्रकार जैसे खुजली, दाद, रैशेज़, एक्जिमा और एलर्जी में उपयोगी मानी जाती है. हालांकि इसे उपयोग करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना हमेशा बेहतर है.
दिव्य डर्माग्रिट केवल त्वचा के लिए ही नहीं बल्कि शरीर की अन्य समस्याओं में भी फायदेमंद मानी जाती है. इसमें शामिल जड़ी-बूटियां शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाती हैं, जिससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता मजबूत होती है. इसके सेवन से पाचन तंत्र भी संतुलित रहता है और कब्ज या गैस जैसी समस्याओं में राहत मिलती है. साथ ही यह शरीर में टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करती है. नियमित सेवन से त्वचा में निखार आता है और शरीर का संपूर्ण स्वास्थ्य बेहतर रहता है. आयुर्वेदिक दृष्टि से यह दवा सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है.
स्किन की समस्याओं में कैसे फायदेमंद है दिव्य डर्माग्रिट?
दिव्य डर्माग्रिट में कई आयुर्वेदिक घटक शामिल हैं जो त्वचा की समस्याओं में मदद करते हैं. प्रमुख घटकों में आंवला, गिलोय, बहेड़ा, हल्दी, मंजीष्ठा, चिरायता, कुटकी और काली जीरी शामिल हैं. ये घटक त्वचा की सूजन और रैशेज को कम करने में सहायक हैं और त्वचा को अंदर से स्वस्थ बनाते हैं. आंवला और गिलोय इम्यूनिटी बढ़ाते हैं, हल्दी और मंजीष्ठा त्वचा को शुद्ध और साफ करती हैं, जबकि चिरायता और कुटकी पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं. 1 या 2 टैबलेट दिन में दो बार भोजन से पहले हल्के गर्म पानी के साथ लें. नियमित सेवन से त्वचा की समस्याओं में धीरे-धीरे सुधार आता है और दिव्य डर्माग्रिट त्वचा को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ बनाए रखती है।