रायपुर:– समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दौरान होने वाली गड़बड़ियों और साफ सफाई पर अब सख्त रोक लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। जिला प्रशासन ने इस बार पूरी प्रक्रिया को हाईटेक बनाने का फैसला किया है। राज्य सरकार के निर्देश पर मार्कफेड मुख्यालय में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया जा रहा है, जिससे जिले के सभी खरीदी केंद्रों की रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी।खरीफ सीजन 2025-26 के लिए धान खरीदी की तारीख 15 नवंबर तय कर दी गई है।
इस बार खरीदी, परिवहन और भंडारण की हर गतिविधि पर डिजिटल नजर रखी जाएगी। व्यापार विहार स्थित जिला विपणन कार्यालय में बनाए जा रहे इस अत्याधुनिक सेंटर से धान की आवक-जावक, तौल और भंडारण की पूरी जानकारी एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगी।अधिकारियों के मुताबिक, इसमें सीसीटीवी कैमरे, स्मार्ट मॉनिटरिंग टूल्स और जीपीएस बेस्ड ट्रैकिंग सिस्टम लगाए जाएंगे। इससे बिचौलियों की चालाकी और अवैध धान की आवक तुरंत पकड़ी जा सकेगी।
आपको बता दें पिछले साल जिले के 140 खरीदी केंद्रों में कैमरे लगाए गए थे, जिनकी मॉनिटरिंग तत्कालीन कलेक्टर अवनीश शरण ने खुद की थी। परिणामस्वरूप उस साल किसी भी प्रकार की बड़ी शिकायत सामने नहीं आई थी। इस बार तकनीक को और मजबूत करते हुए निगरानी प्रणाली को पूरी तरह डिजिटल बनाया जा रहा है। नई व्यवस्था से खरीदी प्रक्रिया में पारदर्शिता, त्वरित कार्रवाई और किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित होगा।