मध्यप्रदेश:– सीताफल बासुंदी एक बेहद स्वादिष्ट और पौष्टिक मिठाई है, जो खासतौर पर त्योहारों और खास मौकों पर लोगों को बहुत पसंद आती है. यह पारंपरिक मिठाई थोड़ी अलग और खास होती है, क्योंकि इसमें सीताफल शरिफा की मिठास और फ्लेवर दूध की मलाईदार गाढ़ेपन में घुलकर एक बेहतरीन स्वाद देती है.
भाई दूज के मौके पर आप अपने भाइयों को ये बनाकर जरूर खिलायें आपके भाई तारीफ करते नहीं थकेंगे. यहां आपको सीताफल बासुंदी की आसान रेसिपी बताई जा रही है, जिसे फॉलो करके आप इसे जरूर try करें.
सामग्री
फुल फैट दूध – 1 लीटर
सीताफल शरिफा – 2-3 पका हुआ, गूदा निकाला हुआ
चीनी – 4-5 टेबल स्पून
इलायची पाउडर – ½ टीस्पून
केसर के धागे – कुछ
कटे हुए ड्राई फ्रूट्स – बादाम, पिस्ता गार्निश के लिए
विधि
1-सबसे पहले एक भारी तले वाले बर्तन में फुल फैट दूध को मध्यम आंच पर उबालें.दूध को लगातार चलाते रहें ताकि वह नीचे से न जले.
2-दूध को तब तक उबालें जब तक वो लगभग आधा न रह जाए और गाढ़ा न हो जाए.अब इसमें चीनी और इलायची पाउडर डालें.
3-अगर आप चाहें तो कुछ केसर के धागे भी डाल सकते हैं स्वाद और रंग के लिए.कुछ मिनट तक और पकाएं ताकि दूध में मिठास अच्छी तरह मिल जाए.
4-अब गैस बंद कर दें और दूध को पूरी तरह ठंडा होने दें.
जब दूध ठंडा हो जाए, तब उसमें अच्छी तरह से मैश किया हुआ सीताफल का गूदा मिलाएं.ध्यान रखें कि दूध गर्म हो तो सीताफल मिलाने से मिठाई का स्वाद बिगड़ सकता है.5-तैयार बासुंदी को कम से कम 1-2 घंटे के लिए फ्रिज में रखें.सर्व करते समय ऊपर से कटे हुए बादाम-पिस्ता डालें और ठंडा-ठंडा परोसें.
6-सीताफल हमेशा पका हुआ और मीठा लें.बीज अच्छी तरह निकाल दें, वरना खाने का मजा खराब हो सकता है.ज्यादा क्रीमी टेक्सचर के लिए बासुंदी में थोड़ा मावा खोया भी डाल सकते हैं।
