
मध्य प्रदेश के रीवा जिले के अमहिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत बिजली विभाग के पीछे की घटना है जहां एक युवती को एक आरोपी युवक लगातार एक वर्ष से परेशान करता था ज़हां घर के अंदर मारपीट की शिकायत दर्ज कराई थी दोबारा पुनः घर में घुस कर युवती के साथ वही युवक जोर जबरदस्ती करते हुए युवती से मारपीट करने का प्रयास किया जहां परिजनों ने आरोपी युवक को पकड़ लिया और इसकी सूचना अमहिया थाना को दी।
जहां अमहिया थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल के छुट्टी में होने के कारण प्रभार संभाल रही एस आई गीतांजलि ने पीड़िता की शिकायत दर्ज नहीं करते हुए पकड़े गए आरोपी को छोड़ने को बोली यहां पुलिस की निष्पक्षता पर भी सवाल नजर उठता है।आपराधिक वारदात होने की सूचना पर पुलिस सख्त रवैया अपनाते हुए गंभीरता से कार्य करती तो अपराधियो के हौसले पस्त होते वही अपराधों में भी कमी आती।
रीवा अमहिया पुलिस की इस तरह की कार्यप्रणाली से जिले के वरिष्ठ अधिकारियों की छवि धूमिल होती है कहीं ना कहीं पीड़िता के साथ आरोपी बड़ी वारदात को अंजाम देता है तो जिसकी जवाबदेही पीड़िता की होगी या एसआई गीतांजलि की। अब देखना यह है कि पुलिस के आला अधिकारी पीड़िता को न्याय दिलाने क्या निर्णय लेते हैं।