गोरखपुर, 07 दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में गोरखपुर की जनसभा में समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिये बिना जमकर हमला बोला लेकिन इस बार निशाने पर सपाईयों की ‘लाल टोपी’ रही। मोदी ने गोरखपुर में एम्स और उर्वरक कारखाने के लोकार्पण समारोह में 2017 से पहले तक उत्तर प्रदेश की बदहाली का ठीकरा विपक्षी दल सपा पर फोड़ा। उन्होंने प्रदेश में स्वास्थ्य एवं अन्य नागरिक सेवाओं को उन्नत करने में पिछली सरकारों के ढुलमुल रवैये का जिक्र करते हुये कहा, “सब जानते थे कि गोरखपुर में एम्स की मांग बरसों से हो रही थी। लेकिन 2017 से पहले जो सरकार चला रहे थे, उन्होंने एम्स के लिए जमीन देने में हर तरह के बहाने बनाए। सब जानते थे कि गोरखपुर का उर्वरक कारखाना, इस पूरे क्षेत्र के किसानों के लिए, यहां रोजगार के लिए कितना जरूरी था। लेकिन पहले की सरकारों ने इसे शुरू करवाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।”
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 2012 से 2017 तक सपा की सरकार थी। मोदी ने सपा का नाम लिये बिना ही प्रदेश में अराजकता के लिये अखिलेश सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने अखिलेश पर निशाना साधने के लिये उनकी ‘लाल टोपी’ का ही जिक्र किया। उन्होंने अखिलेश की सत्ता में आने की चाहत की वजह बताते हुये कहा, “लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए, आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए। और इसलिए, याद रखिए, लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं यानि खतरे की घंटी।”
हालांकि मोदी के वार पर अखिलेश ने भी तुरंत पलटवार किया। मेरठ में रालोद अध्यक्ष के साथ गठबंधन की पहली संयुक्त रैली को संबोधित करने के बाद अखिलेश ने मोदी के तंज पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि भाजपा के लिये लाल टोपी नहीं मंहगाई और बेरोजगारी रेड अलर्ट है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “भाजपा के लिए ‘रेड एलर्ट’ है महंगाई का; बेरोज़गारी-बेकारी का; किसान-मज़दूर की बदहाली का; हाथरस, लखीमपुर, महिला व युवा उत्पीड़न का; बर्बाद शिक्षा, व्यापार व स्वास्थ्य का।” अखिलेश ने सपा की लाल टोपी को ही सत्ता से भाजपा को बाहर करने वाला बतोत हुये कहा, ‘‘लाल टोपी’ ही इस बार भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी। लाल का इंक़लाब होगा, बाइस में बदलाव होगा।”
उधर, मोदी ने रैली में सियासी हमले की जद में सपा को ही केन्द्रित करते हुये कहा, “आज पूरा यूपी भली-भांति जानता है कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब रहा है, आपकी दुख-तकलीफों से नहीं। लाल टोपी वालों को सत्ता चाहिए, घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने के लिए, अवैध कब्जों के लिए, माफियाओं को खुली छूट देने के लिए।”