त्रिलोचन चक्रवर्ती
कोरिया, 18 फरवरी। छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार ने रेत खदानों का आवंटन’ किया है एवं कई रेत खदानों की नीलामी कर स्वीकृति प्रदान की है जिससे राजस्व में वृद्धि होगी। जहां सरकार राजस्व जुटाने में लगी है वहीं दूसरी तरफ वनविभाग एवं ठेकेदार की मिलीभगत से वन में अवैध रेत खनन किया जा रहा है।
मामला कोरिया जिले के अन्तर्गत ग्राम पंचायत पहाडहसवाही के आश्रित ग्राम सेमरमथानी का है जहां छत्तीसगढ़ शासन, के जल संसाधन संभाग बडकाघाघी व्यपवतर्न योजना के तहत नहर निर्माण कार्य कराया जा रहा है जिसमे अवैध रूप से वन खनिज संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

क्षेत्रीय ग्रामीणों का कहना है कि नदी से रात-दिन रेत खनन कर नहर निर्माण कार्य में इस्तेमाल किया जा रहा है।
हैरानी की बात है जहां से अवैध रेत खनन किया जा रहा है वह स्थान वनविभाग के नाके से 200मीटर दूरी पर है और नाके के सामने से रेत भरकर टैक्टर गुजरती है.. वहीं इस मसले पर क्षेत्र के डिप्टी रेंजर जवाब देने से बचते नजर आ रहे हैं |
प्रदेश सरकार नहरों का निर्माण कर किसानों के खेतों तक जल संसाधन पहुंचाने की कवायद कर रही है.. वहीं वन विभाग के अधिकारी और ठेकेदारों की मिलीभगत वनसंपदा को छति पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.. बहरहाल अब देखना होगा कि इस मामले पर कार्रवाई होती है या फिर ठंडे बस्ते में चला जाता है..