नई दिल्ली, 24 फरवरी। संकटग्रस्त यूक्रेन में कीव हवाईअड्डा बंद होने के बाद भारत सरकार वहां से अपने नगारिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक रास्ते देख रही है और निजी एयरलाइनों से संपर्क में है। घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले दो व्यक्तियों ने यह जानकारी यूनीवार्ता को दी।
इस बीच राजधानी दिल्ली में विदेश मंत्रालय में यूक्रेन की स्थिति को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक हो रही है। सूत्रों ने कहा कि इसमें वहां यूक्रेन में रह रहे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए आपात योजनाओं पर भी विचार किया जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि कीव में भारतीय दूतावास बकायदा अपना काम कर रहा है और सरकार ने वहां कुछ और अधिकारी भेजे हैं जो रूसी भाषा जानते हैं।
दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने एक आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है जो 24 घंटे चालू रहेगा।
एक एयरलाइन कंपनी के अधिकारी ने कहा, “हमें वर्तमान स्थिति में यूक्रेन से उड़ानें परिचालित करने के संदर्भ में पूछा गया है लेकिन आज वहां उड़ानें बंद कर दी गयी हैं। हम स्थिति का जायजा ले रहे हैं और उसके बाद हम सरकार को बताएंगे।”
यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस (यूईए) की टिकट एजेंसी चलाने वाली स्टिक ट्रैवल्स के अधिकारी ने कहा कि यूक्रेन में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं के संबंधी और परिजन हमसे लगातार संपर्क बनाए हुए हैं और उड़ान के बारे में जानकारी मांग रहे हैं। यूक्रेन पर रूस की सैनिक कार्रवाई के बाद उनके मन में अनिश्चिताएं पैदा हो गयी हैं।
सूत्रों ने कहा कि एक विचार ऐसा भी चल रहा है कि सरकार यूक्रेन में रह रहे भारतीय नगारिकों को उसकी पश्चिमी सीमा की ओर जाने के लिए कहा जाए और फिर उन्हें वहां से निकालने के प्रबंध किए जाए। यूक्रेन की पश्चिमी सीमा से व्यक्ति पोलैंड, मोलदोवा या रोमानिया अपेक्षाकृत आसानी से पहुंच सकते हैं और वहां से उन्हें विमान से भारत लाया जा सकता है।
इससे पहले कीव में भारतीय दूतावास ने एक परामर्श पत्र जारी किया जिसमें वहां यूक्रेन में रह रहे भारतीयों को सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से रहने की सलाह दी गयी है। दूतावास ने कहा कि जो भारतीय कीव की ओर आ रहे हैं, उन्हें अपने शहरों में वापस चले जाना चाहिए। दूतावास ने कहा है कि इस समय उनके लिए अस्थायी रूप से यूक्रेन की पश्चिमी सीमा से लगे देशों के नजदीक रहना ठीक रहेगा।
दूतावास ने कहा, “यूक्रेन में इस समय भारी अनिश्चितता है। कृपया शांति बनाए रखें और आप अपने घर, हॉस्टल, होटल, निवास या यात्रा में जहां कहीं भी हो सुरक्षित रहें और सतर्कता बरतते रहें।” यूक्रेन पर रूस की सैनिक कार्रवाई के बाद कीव जा रही अपनी उड़ान को वापस कर लिया है।
वहीं केरल प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष एवं सांसद के. सुधाकरन ने यूक्रेन से भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए उड़ानों में वृद्धि करने तथा उनके लिए किराया भी निर्धारित करने के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया है।
श्री सुधाकरन ने बुधवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे एक पत्र में कहा कि यूक्रेन में करीब 20,000 से अधिक भारतीय नागरिक रहते हैं और उनमें ज्यादातर केरल के विद्यार्थी हैं। उन्होंने कहा कि हवाई जहाज में सीटों की अनुपलब्धता और उड़ानों की कमी की वजह से कई भारतीय नागरिक यूक्रेन में फंसे हैं और अब गुरुवार को रूस ने हमला कर दिया ऐसे में उनके परिजनों को चिंता होना स्वाभाविक है।