
छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न योजनाओं के द्वारा खेती में जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है इसी तारतम्य में नगर के शासकीय महाविद्यालय वीरांगना अवंति बाई लोधी के छात्र छात्राओं को महाविद्यालय प्रबंधन के द्वरा जैविक खाद के उपयोग और फसल उत्पादन में उसके सकारात्मक परिणाम के बारे में जानकारी दी गयी। इसके लिए मंगलवार को महाविदयालय परिसर में जैविक खाद प्रसंस्करण यूनिट की स्थापना किया गया और विद्यार्थियों को यूनिट का निरीक्षण कराकर खाद बनने की प्रक्रिया को समझया गया । इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ उदय शंकर श्रीवास्तव ने बताया कि खेतो में रासायनिक खाद के अधिक उपयोग से कैंसर , ट्यूमर , चर्म रोग , याददास्त में कमी , जैसे अनेक खतरनाक बीमारिया होने लगी है जो कई वैज्ञानिक शोधों में भी प्रमाणित हो चुका है उन्होंने विद्यार्थियों से जैविक खाद का उपयोग कृषि कार्यो में अधिक अधिक हो इस हेतु गाँव गाँव मे जागरूकता अभियान चलाने का आह्वान किया ।विधायक प्रतिनिधि रविन्द्र बघेल ने कहा कि पथरिया कालेज में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो से विद्यार्थी आते है जिसके परिवार का मुख्य व्यवसाय कृष आधारित कार्य है ऐसे में विद्यार्थियों के माध्यम से जैविक खाद के लाभ को घर घर पहुचाने का प्रयास महाविद्यालय प्रबंधन का सराहनीय कार्य है ।छात्रों ने लाया प्रकृति अपशिष्ट-जैविक खाद प्रसंस्करण इकाई स्थापना के पूर्व कालेज के प्राचार्य डॉ आई पी गुप्ता ने छात्रों और कर्मचारियों से यूनिट में खाद उत्पादन के लिये गोबर , प्राकृतिक अपशिष्ट लाने का आह्वान किया था । छात्रों और स्टाफ द्वारा लाये गए अपशिष्ट के माध्यम से खाद निर्माण की जानकारी छात्रों को दी गयी साथ ही ग्रामीण क्षेत्रो के गौठानो में जाकर जैविक खाद के निर्माण को जानने को कहा गया ।डॉ आईपी गुप्ता ने विद्यार्थियों से कहा कि अपशिष्टों के उपयोग से एक तो बढ़िया खाद मिलता है तो वही पर्यावरण प्रदूषण से भी निजात मिलती है । इस अवसर पर प्रोफेसर जी. एस. धुर्वे, उदय शकर श्रीवास्तव, अनिल सहरिया, कमलजीत श्रीवास्तव, सत्या कुर्रे , अमित बंजारे उपस्थित रहे ।