इस साल का दूसरा और आखिरी आंशिक सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर यानि दीपावली के दूसरे दिन लगने जा रहा है. ये आंशिक ग्रहण है और देश में कई जगहों पर दिखेगा भी. इसलिए ये धार्मिक नजरिये से भी खास रहेगा. इससे पहले 30 अप्रैल को सूर्य ग्रहण हुआ था लेकिन वो देश में नहीं दिखा.
कहा जाता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य को नंगी आंखों से देखने की मनाही होती है. यह आंशिक सूर्य ग्रहण यूरोप, पश्चिमी साइबेरिया, मध्य एशिया, पश्चिमी एशिया और अफ्रीका के उत्तर-पूर्व में दिखाई देगा. इसके साथ ही यह आंशिक ग्रहण भारत में नई दिल्ली, बेंगलुरु, कोलकाता, चेन्नई, समेत भारत में कुछ स्थानों पर नजर आएगा. भारत में शाम 4 बजे से ग्रहण शुरू होने की वजह से इसका सूतक 12 घंटे पहले यानी सुबह 4 बजे से ही शुरू हो जाएगा. इसलिए गोवर्धन पूजा 25 की बजाय 26 अक्टूबर को होगी.
दिनभर रहेगा सूतक, नहीं होगी पूजा-पाठ
वैसे तो ये खगोलीय घटना है, लेकिन धर्म के नजरिए से भी ये सूर्य ग्रहण खास रहेगा. क्योंकि इस बार दिवाली के अगले दिन ये पड़ रहा है. भारत में शाम 4 बजे से ग्रहण शुरू होने की वजह से इसका सूतक 12 घंटे पहले यानी सुबह 4 बजे से ही शुरू हो जाएगा. इसलिए गोवर्धन पूजा 25 की बजाय 26 अक्टूबर को होगी. वहीँ सूतक काल और ग्रहण के समय सावधानियां रखनी होगी. सूतक काल और ग्रहण के दौरान मंदिर और घरों के पूजा स्थल बंद रखें. मूर्तियों को न छूएं. खान-पान से परहेज रखें.
बूढ़े, बच्चे और बीमार ग्रहण से तीन घंटे पहले खाना खा लें. ग्रहण अवधि में मंत्र जाप ध्यान और कीर्तन करें. इस समय दान देना चाहिए. ग्रहण खत्म होने के बाद पूजा स्थल और पूरे घर में गंगाजल छिड़ककर शुद्धि करें.