1990 की सुपरहिट फिल्म ‘आशिकी’ में लीड हीरोइन के तौर पर नजर आईं एक्ट्रेस अनु अग्रवाल को जिंदगी में फिर से प्यार मिल गया है। उन्होंने एक हालिया बातचीत में यह खुलासा किया। अनु की मानें तो यह प्यार सेक्स नहीं है, क्योंकि वह तो वे काफी पहले छोड़ चुकी हैं। 53 साल की अनु की मानें तो वे अलग तरीके का प्यार की पूर्ति कर रही हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि प्यार के कॉन्सेप्ट को अब पुनर्जीवित करने की जरूरत है।
जानिए अनु अग्रवाल ने आखिर अपने बयान में क्या कुछ कहा है….अनु अग्रवाल दशकों से सिंगल हैं और अपना समय समाजसेवा और वंचित बच्चों के लिए समर्पित कर रही हैं। प्यार के बारे में अपनी बात रखते हुए उन्होंने एक अंग्रेजी एंटरटेनमेंट वेबसाइट से बातचीत में हंसते हुए कहा, “मेरी आशिकी को क्या हो गया। मैं बेहद खुली हुई इंसान हूं। मैं हमेशा खुले विचारों की महिला रही हूं।
यहां तक कि मैं बेहद खुली हुई थी। प्यार के बारे में बात करें तो कोई नहीं जानता कि भविष्य में क्या होने वाला है।”बकौल अनु अग्रवाल, “मुझे बच्चों से बेहद प्यार मिलता है। यह ईमानदार और मासूम प्यार है। प्यार की मेरी जरूरत दूसरे तरीके से पूरी होती है। यह सेक्स नहीं है, वह तो कभी का ख़त्म हो गया।”अनु कहती हैं, “प्यार में लोग आप पर अपना कब्जा ज़माना चाहते हैं, जो कि सही नहीं है। कई लोगों के लिए एक सही पार्टनर होना डींग मारने जैसा होता है।”अनु अग्रवाल ने कहा, “प्यार के कॉन्सेप्ट को पुनर्जीवित करने की जरूरत है। प्यार छोटे से इशारे से महसूस किया जा सकता है। इसके बारे में बहुत ज्यादा मुखर या दिखावटी होने की जरूरत नहीं है। हमें फिर से सोचने की जरूरत है।”
डस्की ब्यूटी कही जाने वाली अनु अग्रवाल ने बॉलीवुडलाइफ से बातचीत में कहा कि भारत में रंग को लेकर कभी कोई दिक्कत नहीं रही। बकौल अनु, “अगर आप राजस्थान जैसे राज्यों की महिलाओं को वॉरियर अवतार में देखेंगे तो उनमें से ज्यादातर डस्की थीं। रंग को लेकर कभी कोई मुद्दा ही नहीं था। व्हाइट स्किन कॉम्पलेक्स अंग्रेजों के साथ आया। 250 साल पहले। यह अब कोई मुद्दा नहीं है। मतलब है कि अगर आप मुझे पसंद करते हैं तो मैं जैसी हूं, मुझे वैसा ही ले लो।” अनु कहती हैं, “1998 में मैंने एक मॉडलिंग असाइनमेंट सिर्फ इसलिए छोड़ दिया था, क्योंकि वे मेरे चेहरे पर अपना मेकअप कर रहे थे।
मैंने अपना हैंडबैग उठाया और वहां से निकल गई। मैं जो थी, उसके लिए खड़ी हुई।मैंने कभी किसी को दोष नहीं दिया।”अनु अग्रवाल ने 90 के दशक में ‘आशिकी’ के बाद ‘गजब तमाशा’, ‘किंग अंकल’ और ‘रिटर्न्स ऑफ़ ज्वैल थीफ’ जैसी फिल्मों में काम किया था। 1999 में उनकी कार का बहुत बुरा एक्सीडेंट हुआ था, जिसने अनु की जिंदगी को हमेशा के लिए बदल कर रख दिया। इस एक्सीडेंट के बाद अनु 29 दिन तक कोमा में रही थीं। सालों बाद अनु को हाल ही में ‘इंडियन आइडल’ के एक एपिसोड में बतौर सेलेब्रिटी गेस्ट देखा गया था।