नई दिल्ली:- एनसीआर के शहरों में रहने वाले लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए दिल्ली जाना काफी भारी पड़ता है. स्टेशन पहुंचने तक रास्ते में लगने वाले जाम से काफी समय बर्बाद होता है. इसके साथ ही आटो- टैक्सी में खर्च भी होता है. भारतीय रेलवे एनसीआर के चार शहरों को राहत देने जा रहा है. इन शहरों में रहने वाले लोगों को बॉर्डर पर रिडेवलप किए जा रहे एक स्टेशन से ही ट्रेन पकड़ने का विकल्प मिल जाएगा. रेल मंत्री अवश्विनी वैष्णव ने चौपाल कार्यक्रम में इस संबंध में जानकारी दी.
भारतीय रेलवे रेल मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली के बाद दूसरा सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन एनसीआर के गाजियाबाद स्टेशन के रूप में रिडेवलप किया जा रहा है. स्टेशन के निर्माण का काम काफी तेजी से चल रहा है. दिल्ली- हावड़ा लाइन पर पड़ने वाला यह स्टेशन इसलिए खास है, क्योंकि यहां से रोजाना करीब 400 ट्रेनें गुजरती हैं. इनमें सभी तरह की ट्रेनें मिलाकर 200 के आसपास का ठहराव होता है. भारतीय रेलवे गाजियाबाद और आसपास के लोगों को सुविधा देने के लिए इस स्टेशन को रिडेवलप कर रहा है. रेल मंत्री अवश्विनी वैष्णव ने न्यूज18 इंडिया के चौपाल कार्यक्रम में कहा कि देश में तेजी रिडेवलप हो रहे प्रमुख स्टेशनों में एनसीआर का गाजियाबाद स्टेशन भी शामिल है.
इन शहरों के लोगों को मिलेगी राहत
एनसीआर में उत्तर प्रदेश के चार शहर गाजियाबाद, ट्रांस हिंडन, नोएडा और ग्रेटर नोएडा दिल्ली से जुड़े हैं. इन शहरों में रहने वाले ज्यादातर लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए दिल्ली जाना पड़ता है. क्योंकि अभी गाजियाबाद स्टेशन में सुविधाओं का अभाव है. इसलिए लोग करीब के गाजियाबाद स्टेशन के बजाए करीब 30 से 40 किमी. दूर दिल्ली जाते हैं. स्टेशन डेवलप होने के बाद इन चारों शहरों के लोग इसी स्टेशन से ट्रेन पकड़ेंगे. यात्रियों संख्या बढ़ने पर यहां ट्रेनों का ठहराव भी बढ़ा दिया जाएगा. इस तरह यात्रियों की दिल्ली तक की दौड़ बचेगी.
ये होगा बदलाव
गाजियाबाद रेलवे स्टेशन को डेवलप करने में करीब 450 करोड़ की लागत आने का अनुमान है. जिसमें स्टेशन के प्रवेश द्वार,प्लेटफार्म, वेटिंग रूम, टिकट बुकिंग रूम, यात्री सुविधा, लिफ्ट, एस्क्लेटर, स्टेशन पर आवागमन के रास्ते, पार्किंग, फूड कोर्ट डेवलप किया जाएगा.
अगले वर्ष तक बदल जाएगी स्टेशन सूरत
गाजियाबाद स्टेशन को विकसित करने के लिए 2025 तक का समय तय किया गया है. इस तरह अगले वर्ष से एनसीआर के चार शहरों के लोगों की ट्रेन यात्रा सुविधाजनक होने जा रही है.
