नई दिल्ली:– भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने सिर्फ पाकिस्तान को ही नुकसान नहीं पहुंचाया है. बल्कि भारत को भी मोटा नुकसान हुआ है. भले ही शेयर बाजार में गिरावट ना आई हो, लेकिन करेंसी मार्केट में रुपए को जोरदार झटका लगा है. खास बात तो ये है कि पाकिस्तानी रुपए के मुकाबले में भारत के रुपए में ज्यादा गिरावट देखने को मिली है. आंकड़ों को देखें तो बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले में 45 पैसे टूटा. वहीं दूसरी ओर पाकिस्तानी रुपए में डॉलर के मुकाबले में 13 पैसे की गिरावट देखने को मिली है.
जानकारों की मानें तो गुरुवार को भारतीय रुपए में तेजी देखने को मिल सकती है. अगर पाकिस्तान भी वहां से जवाबी कार्रवाई शुरू करता है तो रुपए में और ज्यादा गिरावट देखने को मिल सकती है. वैसे भारतीय रुपए में बीते दो दिनों में 50 पैसे की गिरावट देखने को मिल चुकी है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर करेंसी मार्केट में किस तरह के आंकड़े देखने को मिल रहे हैं.
रुपए में आई बड़ी गिरावट
बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 45 पैसे गिरकर 84.80 (अनंतिम) पर बंद हुआ, क्योंकि पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी शिविरों पर भारत के सैन्य हमलों के बाद सीमा पार तनाव बढ़ गया, जिससे घरेलू मुद्रा पर दबाव पड़ा. बुधवार को भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा शामिल है. पहलगाम हमले के दो सप्ताह बाद ऑपरेशन सिंदूर के तहत सैन्य हमले किए गए, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे.
फॉरेन करेंसी ट्रेडर्स ने कहा कि भारतीय सेना द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाए जाने और पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी शिविरों पर हमला किए जाने के बाद बुधवार को भारतीय रुपए में गिरावट आई, जिससे घरेलू करेंसी पर दबाव पड़ा. इंटरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 84.65 पर खुला और दिन के कारोबार में 84.47 के उच्चतम स्तर और 84.93 के निम्नतम स्तर के बीच घूमता रहा. कारोबार के अंत में रुपया 84.80 (अनंतिम) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद स्तर से 45 पैसे कम है. मंगलवार को, बढ़ती अनिश्चितता और जोखिम उठाने की क्षमता के सतर्क पुनर्मूल्यांकन के बीच रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 5 पैसे कम होकर 84.35 पर बंद हुआ.
पाकिस्तान के रुपए में भी आई गिरावट
वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान की करेंसी में भी गिरावट देखने को मिली है. लेकिन ये गिरावट वैसी नहीं है, जिस तरह की उम्मीद की जा रही थी. आंकड़ों को देखें तो एक दिन पहले पाकिस्तानी रुपया 281.17 के लेवल पर था, जो बुधवार को 281.30 के लेवल पर आ गया. इसका मतलब है कि पाकिस्तानी रुपया डॉलर के मुकाबले में 13 पैसे की गिरावट के साथ बंद हुआ है. दो दिन पहले पाकिस्तानी रुपए का लेवल 280.85 पर देखने को मिला था. इसका मतलब है कि पाकिस्तानी रुपए में दो दिनों में 45 पैसे की गिरावट देखने को मिल चुकी है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी करेंसी के हेड अनुज गुप्ता के अनुसार भारतीय रुपए में गुरुवार को तेजी आ सकती है. अगर पाकिस्तान पलटकर वार करता है तो भारत और पाकिस्तान दोनों देशों की करेंसी में गिरावट देखने को मिल सकती है.
कैसी रह सकती है रुपए की चाल
मिराए एसेट शेयरखान के अनुसंधान विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि कमजोर डॉलर और सकारात्मक घरेलू और ग्लोबल मार्केट के कारण रुपया पॉजिटिव रुख के साथ कारोबार करेगा. एफआईआई फ्लो भी रुपए को सपोर्ट दे सकता है. हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते जियो पॉलिटिकल तनाव और कच्चे तेल की कीमतों में सकारात्मक वृद्धि तेज उछाल को रोक सकती है. चौधरी ने आगे कहा कि अमेरिकी FOMC बैठक के नतीजों से पहले व्यापारी सतर्क रह सकते हैं. अमेरिकी फेडरल रिजर्व से ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने की उम्मीद है. USD-INR स्पॉट कीमत 84.40 से 85.10 के बीच कारोबार करने की उम्मीद है.
शेयर बाजार में आई तेजी
इस बीच, डॉलर इंडेक्स, जो छह मुद्राओं की टोकरी के मुकाबले डॉलर की ताकत को मापता है, 0.23 प्रतिशत बढ़कर 99.46 पर कारोबार कर रहा था. इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड ऑयल में 0.42 फीसदी बढ़कर 62.41 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले करने के बाद बुधवार को घरेलू शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला और आखिरकार दिन का अंत सकारात्मक रुख के साथ हुआ. 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 105.71 अंक या 0.13 प्रतिशत बढ़कर 80,746.78 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 34.80 अंक या 0.14 प्रतिशत बढ़कर 24,414.40 पर बंद हुआ. एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को शुद्ध आधार पर 3,794.52 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे